जमशेदपुर । झारखंड
झारखंड में नया राजनीतिक मुद्दा के हवा देत 1932 के खतियान के बात हो रहल बा, लेकिन ई मुद्दा उठावे के साथ साथ झारखंड में राजनीति करे वाला सब नेता लोग ई भुला गइल बालन जा की हम भोजपुरियन के का होई ? अरे हमनी के त न बिहार के रहनी जा न झारखंड के रहल जाई, ई 1932 खतियान के बाद!
एक चर्चा त भोजपुरियो लोगन के करे के चाही, बात भविष्य के बा अउरी हमनी के भविष्य पर सोचे के चाही।
इहे चर्चा खातिर हमनी के एक भोजपुरिया महाजुटान के आयोजन करत बानी जा अउरी ई विषयवस्तु के केंद्र में राखत बानी जा … आप सब भोजपुरियन से निहोरा बा कि ई महाजुटान में आईं जा अउरी ई विषय पर आपन आपन राय रखीं जा ।
स्थान :- भोजपुरी साहित्यिक भवन, पूर्वी सिंहभूम गोलमुरी (ABM कॉलेज के सामने), जमशेदपुर।