जमशेदपुर। भारतीय जनता पार्टी ने पार्टी विरोधी कार्य करने के लिए सरयू राय को 6 साल के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया गया था। उनकी वापसी भाजपा में आज तक नहीं हुई। अब सरयू राय जनता दल यूनाइटेड के टिकट पर जमशेदपुर पश्चिम विधानसभा सीट से चुनाव लड़ने जा रहे हैं । एनडीए गठबंधन के तहत भाजपा ने यह सीट जनता दल यू के लिए छोड़ दिया है। हास्यास्पद है कि भाजपा को मजबूरन वही सरयू राय को समर्थन देना पड़ रहा है जिसे निष्कासित कर रखा है।
यह भी पढ़ें : महिला के हिप रिप्लेसमेंट में ऐतिहासिक सफलता, 2.5 लाख की जगह महज 1.5 लाख में मिली नई जिंदगी
अधिवक्ता सुधीर कुमार पप्पू ने एक बयान जारी कर उक्त बातें कहीं है। आगे कहा, भाजपा नेतृत्व की मजबूरी पर पार्टी के नेता और कार्यकर्ता बहुत मुश्किल में है आखिर करें तो क्या ? जमशेदपुर कथित तौर पर भाजपा का गढ़ माना जाता रहा है परंतु आखिरकार बिहार के मुख्यमंत्री और जनता दल यू के सुप्रीमो नीतीश कुमार के समक्ष प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह को आत्म समर्पण होना पड़ा, आत्मसमर्पण क्यो ना हो नीतीश कुमार के समर्थन से ही केंद्र में मोदी सरकार चल रही है।
अब भाजपा को थूक कर चाटने वाली स्थिति हो गई है। जिसे पार्टी से निष्कासित कर रखा है उसी को समर्थन देना पड़ रहा है विधानसभा चुनाव में। उन्होंने कहा कि स्वयंभू चाणक्य कहने वाले के द्वारा झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास के विरुद्ध जनहित याचिका मुकदमा बाजी एवं विरोध में चुनाव लड़कर पार्टी विरोधी कार्य करना एवं पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा को जेल भिजवाना ऐसे में भाजपा के समर्पित कार्यकर्ता और वरीय नेताओं का स्वाभिमान ढकोसला साबित हो रहा है एवं भाजपा के समर्पित कार्यकर्ता नेताओं की मुंह में दही जम गया इसी के लिए कहा जाता है कि “गुड़ खाए और गुलगुला” से परहेज।