जमशेदपुर : जमशेदपुर महानगर में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने एक कड़ा निर्णय लेते हुए चार प्रमुख नेताओं—शिव शंकर सिंह, राजकुमार सिंह, विकास सिंह और बिमल बैठा—को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से 6 वर्षों के लिए निष्कासित कर दिया है। यह कार्रवाई विधानसभा चुनाव-2024 के संदर्भ में पार्टी के अनुशासन और उसके संविधान की धारा 25(9) का उल्लंघन करने के आरोपों के तहत की गई है।
निष्कासन का कारण और प्रक्रिया:
भाजपा द्वारा जारी सूचना के अनुसार, इन चारों नेताओं ने पार्टी के अधिकृत प्रत्याशी के विरुद्ध निर्दलीय चुनाव लड़ने का निर्णय लिया था। पार्टी ने इसे अपने सिद्धांतों और संविधान के विरुद्ध करार दिया है। भारतीय जनता पार्टी ने स्पष्ट किया कि किसी भी नेता द्वारा पार्टी के निर्णयों की अवहेलना स्वीकार्य नहीं है। प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी के निर्देश पर इन सभी को एक पत्र जारी कर निष्कासन की जानकारी दी गई है।
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अनुशासनहीनता पर कड़ा संदेश
भाजपा प्रदेश कार्यालय का कहना है कि यह निर्णय इसलिए लिया गया ताकि पार्टी के भीतर अनुशासन और एकता बनी रहे। पार्टी ने चेतावनी दी है कि किसी भी नेता द्वारा संगठन के फैसलों का उल्लंघन किए जाने पर इसी प्रकार की कठोर कार्यवाही की जाएगी। पार्टी का मानना है कि सभी नेताओं का पार्टी के प्रति निष्ठावान रहना आवश्यक है, विशेष रूप से चुनाव के समय जब संगठन की एकता और शक्ति पर ध्यान देना आवश्यक है।
निष्कासन का उद्देश्य
भाजपा का यह निर्णय संगठन के प्रति निष्ठा और समर्पण का संदेश देता है। पार्टी ने कहा है कि यह निष्कासन भविष्य के लिए एक उदाहरण है ताकि पार्टी में कोई भी व्यक्ति स्वेच्छा से संगठन के अनुशासन को भंग न करे। इस कार्रवाई से यह भी स्पष्ट होता है कि पार्टी के लिए उसकी नीतियां और सिद्धांत सर्वोपरि हैं, और जो भी व्यक्ति उनके विरुद्ध कार्य करेगा, उसके खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएंगे।
क्या बोले भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी?
प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने कहा कि पार्टी में अनुशासनहीनता के लिए कोई स्थान नहीं है। पार्टी सभी सदस्यों से अपेक्षा करती है कि वे संगठन की नीति और सिद्धांतों के प्रति वफादार रहें। उन्होंने कहा कि इस तरह के निर्णय पार्टी में अनुशासन बनाए रखने में सहायक सिद्ध होंगे और आगामी चुनावों में पार्टी को लाभ मिलेगा।
निष्कासन की जानकारी पार्टी कार्यालय से दी गई
भाजपा के प्रदेश कार्यालय द्वारा जारी पत्र में इन चारों नेताओं को सूचित किया गया है कि उन्हें छह वर्षों के लिए पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निलंबित किया गया है। यह निष्कासन निर्णय तत्काल प्रभाव से लागू होगा।
निष्कासन का असर और भविष्य की राह
भाजपा के इस कदम से साफ है कि पार्टी अनुशासनहीनता को बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं करेगी। यह फैसला जमशेदपुर में पार्टी के अन्य सदस्यों के लिए भी एक स्पष्ट संदेश है कि अगर वे संगठन के निर्णयों का पालन नहीं करेंगे, तो उनके खिलाफ भी इसी प्रकार की कठोर कार्यवाही की जाएगी।
इस कार्रवाई से यह भी स्पष्ट होता है कि भाजपा अपने संगठन में अनुशासन और एकता बनाए रखने के प्रति गंभीर है और वह किसी भी परिस्थिति में पार्टी के सिद्धांतों से समझौता नहीं करेगी।