रांची | झारखण्ड
भाकपा-माले झारखंड राज्य कार्यालय में बाबा भीमराव अंबेडकर का स्मृति दिवस मनाया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता विनोद लहरी ने की। पार्टी पोलितब्यूरो सदस्य कॉ जनार्दन प्रसाद, आइसा के राष्ट्रीय अध्यक्ष निलाशिष बोस व माले नेता मोहन दत्ता, त्रिलोकीनाथ, भीम साव, सुदामा खल्को ने विचार व्यक्त किया। वक्ताओं ने कहा कि बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर ने संविधान में दलित आदिवासी गरीबों को बराबरी समानता का अधिकार दिया। लेकिन उस समय ही कहां था कि समाजिक और आर्थिक समानता के बिना राजनीतिक अधिकार भी गरीबों को हासिल नहीं होगा। तानाशाही फासीवादी खतरे के खिलाफ सचेत किया था जिससे आज हम लड़ रहे हैं।
फासीवाद आज संविधान, लोकतंत्र व धर्मनिरपेक्षता को तार तार कर दिया है।6 दिसंबर को ही बाबरी मस्जिद को तोड़ कर धर्म के नाम नफरत की राजनीति की शुरुआत की गई थी। अगर भाजपा को 2024 में परास्त नहीं किया गया तो संविधान को खत्म कर हिंदू राष्ट्र की घोषणा भी की जा सकती है। चुनाव जैसे राजनीतिक अधिकार भी छीना जा सकता है। इसलिए मोदी सरकार के खिलाफ कोई भी पार्टी अकेले न तो लड़ सकती है न उसे सत्ता से हटा सकती है।