भारत में एक बिटकॉइन की आज की कीमत है – 23,18,302.35 (तेइस लाख अठारह हजार तीन सौ दो रुपये पैंतीस पैसे) .
आज हम चर्चा करेंगे वर्चुअल यानी आभासी मुद्रा के बारे में। जिसमें पहला नाम आता है बिटकॉइन का।
ये बिटकॉइन है क्या?
बिटकॉइन एक प्रकार से वर्चुअल यानी आभासी मुद्रा है। इसे डिजिटल करेंसी भी कहा जाता है। बिटकॉइन ऐसे करेंसी है जिसे ना तो आप देख सकते हैं और ना ही आप छू सकते हैं। यह डिजिटल रूप में ही स्टोर होती है। जो वास्तव में या साच्छात नहीं होता लेकिन केवल डिजिटल या इलेक्ट्रॉनिक में ही होता है। इसका लेनदेन सिर्फ ऑनलाइन एक इ वालेट से दूसरे वालेट में होता है। इसे दूसरी करेंसी में भी बदला जा सकता है।
इसका जन्म 2008 में हुआ था। लेकिन आधिकारिक तौर पर यह 2009 में आया। इसके जन्मदाता जापान के सातोशी नाकामोतो को माना जाता है जिसे अब एक काल्पनिक व्यक्ति माना जा रहा है।
भारत में अभी क्रिप्टोकरेंसी को कानूनी मान्यता नहीं मिली है।
बिटकॉइन में ट्रेडिंग कैसे होती है ?
इसकी कीमत दुनियाभर में एक समय पर एक समान रहती है। डिजिटल वॉलेट के जरिए इसका आदान-प्रदान किया जाता है। विश्व में होने वाले व्यावसायिक बदलाव के कारण इसकी कीमत घटती-बढ़ती है। इसे कोई देश निर्धारित नहीं करता बल्कि डिजिटली कंट्रोल होने वाली मुद्रा है। इसके ट्रेडिंग का कोई तय समय सीमा नहीं होता है।
नए वर्ष की शुरुआत में क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन का रिकॉर्ड हाई लेवल पर पहुंच गया । पिछले वर्ष इसकी कीमत में 300% से अधिक की बढ़ोतरी हुई थी।
2020 में इसका 4 गुना भाव बढ़ा। 31 दिसंबर 2019 को बिटकॉइन 7,212 डॉलर पर बंद हुआ था और 30 नवंबर 2020 को इसका प्राइस 19,438 डॉलर था।
आखिर इस करेंसी में ऐसा क्या है ? जिसकी वजह से यह इतनी तेजी से दुनिया में फ़ैल रहा है। दुनिया की सबसे बड़ी असेट मैनेजमेंट फर्म ब्लैकरॉक (BLK) ने अनुमानित तौर पर कहा है की सेफ हेवन चॉइस के तौर पर बिटकॉइन एक दिन गोल्ड की जगह ले सकता है। यह बात बिटकॉइन की कीमतों में तेजी की वजह माना जा रहा है। अन्य छोटी क्रिप्टोकरेंसी में शामिल इथेरियम, XRP, लाइटकॉइन और स्टेलर की कीमतों में बढ़ोतरी की वजह से भी बिटकॉइन में की कीमत में तेजी आ रही है।
सातोशी बिटकॉइन की सबसे छोटी मुद्रा है। दस करोड़ सातोशी की कीमत एक बिटकॉइन है। इसका इस्तेमाल गैर क़ानूनी कामो के लिए ज्यादा हो रहा है। दुनियाभर में लगभग चार हजार से ज्यादा क्रिप्टोकरेंसी इस्तेमाल में है। क्रिप्टोकरेंसी पर किसी देश या किसी बैंक का कंट्रोल नहीं है। इस पर पैसा लगाना नुकसान देह भी हो सकता है।