बेंगलुरु, 17 फरवरी 2024: केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री अर्जुन मुंडा की पहल पर 12 से 17 फरवरी 2024 तक आईसीएआर-भारतीय बागवानी अनुसंधान संस्थान (आईआईएचआर), बेंगलुरु में झारखंड के किसानों के लिए एवोकैडो, शरीफा, कटहल, कमलम फल और इमली में बेहतर उत्पादन प्रौद्योगिकियों, कटाई के बाद, प्रसंस्करण और मूल्य संवर्धन पर एक क्षमता निर्माण कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम का उद्देश्य:
- झारखंड के किसानों को एवोकैडो, शरीफा, कटहल, कमलम फल और इमली में बेहतर उत्पादन प्रौद्योगिकियों के बारे में जानकारी प्रदान करना
- कटाई के बाद के प्रबंधन और मूल्य संवर्धन तकनीकों के बारे में जागरूकता पैदा करना
- किसानों को आत्मनिर्भर बनाने और उनकी आय में वृद्धि करने में मदद करना
कार्यक्रम में भागीदारी:
इस कार्यक्रम में झारखंड के पांच जिलों रांची, खूंटी, पश्चिमी सिंहभूम, सिमडेगा और गुमला के लगभग 59 किसानों ने भाग लिया।
प्रमुख गतिविधियां:
- प्रशिक्षण सत्र
- क्षेत्र भ्रमण
- प्रयोगशाला भ्रमण
- विशेष व्याख्यान
- फल आनुवंशिक विविधता पार्क का दौरा
- बागवानी विज्ञान विश्वविद्यालय, बागलकोट परिसर का दौरा
- सेंट्रल हॉर्टिकल्चरल एक्सपेरिमेंट स्टेशन, हीराहल्ली का दौरा
प्रशिक्षण का लाभ:
- किसानों को एवोकैडो, शरीफा, कटहल, कमलम फल और इमली की खेती के बारे में नवीनतम जानकारी प्राप्त हुई
- उन्होंने कटाई के बाद के प्रबंधन और मूल्य संवर्धन तकनीकों को सीखा
- उन्हें आईसीएआर-आईआईएचआर बेंगलुरु द्वारा प्रशिक्षण में भाग लेने के लिए प्रमाणपत्र और कई उन्नत किस्म के बीज दिए गए
केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री की प्रतिक्रिया:
केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री अर्जुन मुंडा ने कहा कि यह प्रशिक्षण कार्यक्रम झारखंड के किसानों के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि जिन फलों और सब्जियों के बारे में उन्हें प्रशिक्षण दिया गया, वह इन क्षेत्रों में बहुतायत में होती है। लेकिन, उचित संवर्धन और तकनीक की कमी के कारण उन्हें इसका मूल्य नहीं मिल पाता है। उन्हें उम्मीद है कि इस प्रशिक्षण के बाद लोग उन्नत तरीके अपनाकर अपने लिए खुशहाली लायेंगे।
कार्यक्रम का आयोजन:
इस कार्यक्रम का समन्वय डॉ. सुमंगला, एच.पी., प्रधान वैज्ञानिक, डॉ. वी. शंकर, प्रधान वैज्ञानिक और नोडल अधिकारी टीएसपी और डॉ. आर. सेंथिल कुमार, प्रधान वैज्ञानिक और आईसीएआर-आईआईएचआर के नोडल अधिकारी एससीएसपी कार्यक्रम द्वारा किया गया।
केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री अर्जुन मुंडा की पहल पर 12 से 17 फरवरी 2024 तक आईसीएआर-भारतीय बागवानी अनुसंधान संस्थान (आईआईएचआर) बेंगलुरु में झारखंड के किसानों के लिए एवोकैडो, शरीफा, कटहल, कमलम फल और इमली में बेहतर उत्पादन प्रौद्योगिकियों, कटाई के बाद प्रसंस्करण और मूल्य संवर्धन पर एक क्षमता निर्माण कार्यक्रम का आयोजन हुआ।
प्रशिक्षण कार्यक्रम के मुख्य बिंदु:
- भाग लेने वाले: झारखंड के 5 जिलों (रांची, खूंटी, पश्चिमी सिंहभूम, सिमडेगा और गुमला) से 59 किसान
- प्रशिक्षण अवधि: 12 से 17 फरवरी 2024
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प्रशिक्षण विषय:
- एवोकैडो, शरीफा, कटहल, कमलम फल और इमली में बेहतर उत्पादन प्रौद्योगिकियां
- कटाई के बाद प्रबंधन और मूल्य संवर्धन
- कार्यक्रम का उद्घाटन: डॉ. प्रकाश पाटिल, निदेशक, आईसीएआर-आईआईएचआर
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प्रमुख गतिविधियां:
- आईसीएआर-आईआईएचआर के फलों, सब्जियों और फूलों की फसलों प्रौद्योगिकियों का प्रदर्शन
- क्षेत्र और प्रयोगशाला भ्रमण
- राष्ट्रीय बागवानी मेला प्रदर्शनी
- फल फसलों में एकीकृत कृषि प्रणाली
- उच्च घनत्व वाले फलों के बगीचे
- वर्षा जल संचयन
- ड्रिप सिंचाई प्रणाली
- फल फसलों की नर्सरी
- कटाई के बाद की देखभाल
- सफल उद्यमियों द्वारा व्याख्यान
- फल आनुवंशिक विविधता पार्क
- बागवानी विज्ञान विश्वविद्यालय, बागलकोट परिसर
- सेंट्रल हॉर्टिकल्चरल एक्सपेरिमेंट स्टेशन, हीराहल्ली
प्रशिक्षण का लाभ:
- किसानों को उन्नत बागवानी तकनीकों के बारे में जानकारी प्राप्त हुई
- किसानों को कटाई के बाद प्रबंधन और मूल्य संवर्धन के बारे में जानकारी प्राप्त हुई
- किसानों को आईसीएआर-आईआईएचआर द्वारा विकसित उन्नत किस्मों के बीज प्राप्त हुए
- किसानों को अपनी आय बढ़ाने का अवसर प्राप्त हुआ
मुख्य अतिथि का संदेश:
केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री अर्जुन मुंडा ने कहा कि इस प्रशिक्षण कार्यक्रम से झारखंड के किसानों को अपनी आय बढ़ाने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि जिन फलों और सब्जियों के बारे में उन्हें प्रशिक्षण दिया गया, वह इन क्षेत्रों में बहुतायत में होती है। लेकिन, उचित संवर्धन और तकनीक की कमी के कारण उन्हें इसका मूल्य नहीं मिल पाता है। उन्होंने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि इस प्रशिक्षण के बाद लोग उन्नत तरीके अपनाकर अपने लिए खुशहाली लायेंगे।
संपर्क:
डॉ. सुमंगला, एच.पी.
प्रधान वैज्ञानिक
आईसीएआर-आईआईएचआर, बेंगलुरु
डॉ. वी. शंकर
प्रधान वैज्ञानिक और नोडल अधिकारी टीएसपी
आईसीएआर-आईआईएचआर, बेंगलुरु
डॉ. आर. सेंथिल कुमार
प्रधान वैज्ञानिक और नोडल अधिकारी एससीएसपी कार्यक्रम
आईसीएआर-आईआईएचआर, बेंगलुरु
यह प्रशिक्षण कार्यक्रम बागवानी के एकीकृत विकास मिशन के तहत झारखंड के किसानों को सशक्त बनाने और उनकी आय में वृद्धि करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।