जमशेदपुर । झारखण्ड
सच कहें तो चिल्ड्रन पार्क, सिदगोड़ा का माहौल एकदम अलग हो गया है। बाल मेले में आए हुए बच्चे जोश में आकर अपनी टीम का मनोबल बढ़ाने के लिए चीख रहे हैं, चीयर्स कर रहे हैं। बेटियां भी उनसे पीछे नहीं है।
जी हां, स्वर्णरेखा क्षेत्र विकास ट्रस्ट की तरफ से आयोजित यह बाल मेला बच्चों में सकारात्मक परिवर्तन ला रहा है। बच्चों के बीच की सारी सरहदें टूट चुकी है। भावना सिर्फ एक है जीत, जीत और जीत। इस जीत के लिए बच्चे किसी भी हद तक जाने को तैयार हैं।
आप अगर 10वीं और 12वीं कक्षा के बालक और बालिकाओं के कबड्डी के प्रतियोगिता को देखेंगे तो एक बार भी आपको लगेगा नहीं कि यह स्कूली टीम है। इनका परफॉर्मेंस किसी प्रोफेशनल्स की तरह ही है। लड़कियों में भी यही चीज देखी गई। सिर्फ कबड्डी की ही बात क्यों करें। गोला फेक में भी बच्चों का प्रदर्शन शानदार रहा है। बच्चों के मन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार हुआ है। इस बाल मेले में चल रहा सकारात्मक पक्ष देखने को ज्यादा मिल रहा है, नकारात्मकता यहां है ही नहीं। जिस संख्या में यहां बच्चे आ रहे हैं और भारत में जिस तरीके से उनके माता-पिता उनके साथ देने के लिए आए हैं, वो वास्तव में प्रसन्न कर देने वाला है।
दरअसल राजनीति की दुनिया में जमशेदपुर पूर्वी के विधायक सरयू राय नित नए प्रयोग करते हैं। वह राजनीति तो करते ही हैं लेकिन राजनीति के साथ-साथ बच्चों में सकारात्मक ऊर्जा और खेल की भावना विकसित करने में भी पीछे नहीं रहते। यह उनकी सोच का ही परिणाम है कि आज सैकड़ो की संख्या में चाहे वह जूनियर बच्चे हो या सीनियर, सभी समान रूप से इस मेले में आकर अनेक प्रतियोगिताओं में हिस्सा ले रहे हैं। कुछ जीत रहे हैं कुछ हार रहे हैं लेकिन बच्चे दूसरी प्रतियोगिता के लिए भी खुद को तैयार कर लेते हैं। यही इन बच्चों की सबसे शानदार खासियत है। इसके लिए उनके टीचर्स और उनके पेरेंट्स बधाई के पात्र हैं।