जमशेदपुर | झारखण्ड
“पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास द्वारा प्रायोजित सूर्य मंदिर समिति का उपायुक्त कार्यालय के समक्ष धरना प्रदर्शन पुरी तरह से विफल साबित हुआ. जमशेदपुर की धर्म प्रेमी जनता ने रघुवर दास और उनके समर्थकों के पाखंड को पुरी तरह से नकार दिया” – मनोज सिंह उज्जैन (जिला महामंत्री, भाजमो) एवं अमित शर्मा (जिलाध्यक्ष, भाजमो, युवा मोर्चा) का संयुक्त प्रेस वक्तव्य।
भाजमो जमशेदपुर महानगर जिला महामंत्री मनोज सिंह उज्जैन एवं युवा मोर्चा जिलाध्यक्ष अमित शर्मा ने संयुक्त प्रेस वक्तव्य जारी कर कहा की पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास के द्वारा प्रायोजित सूर्य मंदिर समिति का आज का उपायुक्त कार्यालय के समक्ष प्रदर्शन पुरी तरह से विफल साबित हुआ. भाजमो नेताओं ने कहा की रघुवरवादी धंधेबाजों की गलत मनसा को जमशेदपुर पूर्वी की जनता भलीभांति समझ चुकी है. सिदगोड़ा सूर्य मंदिर आस्था का परित्र केंद्र है. किंतु रघुवर दास समर्थित धंधेबाजो का एक समुह इस पवित्र स्थल पर अवैध कब्जा कर स्थल से सटे 4-5 एकड़ सरकारी भूमी को व्यापारीक गतिविधियों के लिए में गैर-कानूनी ढ़ंग से इस्तेमाल करना चाहते है.
सूर्य मंदिर की बाउंड्रीवाल के बाहर पुरे परिसर को विकसीत करने की असीम संभावनाएं है. परिसर में छोटे स्वीमिंग पुल का उद्घाटन कुछ दिन पूर्व हो चुका है. उसी स्थान के निकट एक और हाल्फ साईज के स्वीमिंग पुल निर्माण की योजना है. छठ तालाब पर स्वीमिंग पुल निर्माण की बात कहकर फर्जी समिति के लोग जनता को बरगलाने का कार्य कर रहे है. शंख मैदान में पवित्र शंख का दिनोंदिन अनादर हो रहा है. जूते-चप्पल पहने लोग इसपर चढ़ रहे है. उसको व्यवस्थित कर चबूतरे के उपर स्थापित करने की योजना है जिसपर रघुवरवादी धंधेबाज बौखलाए हुए है.
इनको यह चिंता सता रही है की परिसर में विभिन्न स्थानों में यदि खेल-कुद का केंद्र बनता है और सरकार इसका नियमित संचालन करती है तो परिसर पर से इनका अवैध स्वामित्व समाप्त हो जाएगा. बरसो से धन अर्जित करने का जो गलत माध्यम इन्होनें अख्तियार किया हुआ था उसे बंद होता देख यह समुह हतोत्साहित हो चुका है.
नेताद्वय ने कहा की यह सब विकास विरोधी मनोवृति के लोग है जिन्होने पुरे मंदिर परिसर को अपनी पारिवारिक संपत्ति समझ लिया है और धर्म-आस्था का सहारा लेकर ये लोग शहर में उन्माद फैलाने का कार्य कर रहे है. आज जमशेदपुर की धर्म प्रेमी जनता ने इनके इस झुठे प्रदर्शन को सिरे से नाकार दिया है. जनता की धार्मिक भावनाओं को भड़काने के लिए जीस प्रकार इन्होनें अपने निहित स्वार्थ के लिए आस्था के साथ जोड़कर राजनितिक षडयंत्र रचा है उसका करारा जवाब इन्हें मिलेगा. आगामी 6 सितंबर बुधवार को इनके कुकृत्य के खिलाफ पूर्वी के सभी मंडलों में पुतला दहन किया जाएगा.