रांची | झारखण्ड
महिलाओं के विकास से ही समाज का विकास संभव है। महिलाएं किसी क्षेत्र में किसी से कम नहीं है। महिलाओं के उन्नति के बिना उन्नत समाज का सपना कभी साकार नहीं किया जा सकता है। 08 मार्च को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस को हम विशेष रूप में याद करते हैं क्योंकि यह दिन महिलाओं के लिए खास है। बेहतर के लिए हमें लगातार प्रयास करते रहना जरूरी है। उक्त बातें मांडर विधायक श्रीमती शिल्पी नेहा तिर्की ने अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस-2023 के अवसर पर बेड़ो प्रखंड भवन, रांची में ग्रामीण विकास विभाग की ओर से आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करने के दौरान कहीं।
श्रीमती तिर्की ने कहा कि कि सरकार की चलायी जा रही योजनाओं का लाभ उठाने के लिए महिलाओं को जागरूक करने की आवश्यकता है। सरकार ने महिलाओं की बेहतरी के लिए कई प्रयास किये हैं। उन्हें कई जगहों पर आरक्षण प्राप्त है। कानूनी रूप से कई अधिकार महिलाओं को दिये गये हैं। आवश्यकता है तो उन्हें अपने अधिकारों का लाभ उठाने की।
श्रीमती तिर्की ने मनरेगा के द्वारा चलाई जा रही योजनाओं की सराहना करते हुए कहा कि मनरेगा द्वारा चलाई जा रही योजनाओं से महिलाओं को रोजगार और स्वावलंबन का मार्ग प्रशस्त हुआ है।
महिलाएं दीदी बाड़ी जैसी योजनाओं में कार्य कर दीदी बगिया योजना से लाभान्वित होकर या फिर गाय निर्माण योजना का लाभ उठाकर अपने परिवार का सहारा बन रही हैं। इससे उनमें एक नया आत्मविश्वास उभर रहा है, उन्हें आर्थिक रूप से स्वावलंबी होने में मदद मिल रही है। उन्होंने कहा कि महिलायें पुरुषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर कार्य कर रही हैं और अपने परिवार की आर्थिक स्थिति को संवार रही हैं। ग्राम स्तर पर ऐसी हजारों महिलाओं ने आज अपने भविष्य को संवारने की दिशा में कदम बढ़ा दिया है, यह महिला सशक्तिकरण का एक अनुपम उदाहरण है।
राज्य में 50 लाख से अधिक परिवारों को दिये गये जॉब कार्ड में से 21 लाख से अधिक महिलायें निबंधित
मनरेगा आयुक्त श्रीमती राजेश्वरी बी ने कहा कि खुद को बदले बिना लक्ष्य की प्राप्ति किसी भी कीमत पर हासिल नहीं की जा सकती है। अपने आप को बदलने से ही बदलाव संभव है। मनरेगा ग्रामीणों का जीवन बदल रहा है।
मनरेगा के तहत आयोजित इस अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस सह सम्मान समारोह में महिला मेट एवं लाभर्थियों को सम्मानित किया गया, यह विभाग के लिए अत्यंत हर्ष की बात है। सरकार की सोच है कि महिलाओं की आजीविका के साधन को बढाया जाये।
उन्होंने कहा कि पूरे राज्य में 50 लाख से अधिक परिवारों को जॉब कार्ड दिया गया है, उसमें से 21 लाख से अधिक महिलायें निबंधित हैं, यह खुशी की बात है। महिलाओं की भागीदारी को बढ़ाने की दिशा में भी काम किया जा रहा है। राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी दीदी बाड़ी योजना, बिरसा हरित ग्राम योजना से जुड़ कर महिलायें स्वावलंबी बन रही हैं।
कार्यक्रम में श्रीमती राजेश्वरी बी ने प्रखंड विकास पदाधिकारी के अंचलाधिकारी के कार्यों की सराहना करते हुए मनरेगा के तहत चलाए जाने वाली विभिन्न योजनाओं की विस्तार पूर्वक जानकारी दी।
उन्होंने हरिहरपुर जामटोली के भसनंदा स्थित नवनिर्मित आंगनबाड़ी केंद्र का अवलोकन किया और गुणवत्ता देखकर बधाई दी। उन्होंने पंडरा गांव जाकर वहां प्रधानमंत्री आवास योजना की प्रगति निरीक्षण भी किया।
उप विकास आयुक्त श्री दिनेश कुमार यादव ने कहा कि महिलाओं को समान अधिकार ही हमारा लक्ष्य है। आप आर्थिक रूप से भी खुद को सक्षम बनायें। जो भी नौकरी या व्यवसाय करें, उस कमाई का एक हिस्सा बच्चों की पढ़ाई के लिए रखें ताकि उन्हें भी समान अधिकार प्राप्त हो सकें क्योंकि शिक्षा से सब कुछ संभव है। शिक्षा के बिना जीवन अधूरा है।
कार्यक्रम में बिरसा हरित ग्राम योजना से संबंधित पुस्तक का विमोचन भी किया गया।
इस अवसर पर मांडर विधायक श्रीमती शिल्पी नेहा तिर्की एवं मनरेगा आयुक्त द्वारा रोजगार सेविका, महिला मेट, मजदूर, स्वास्थ्य कर्मी, सहिया, महिला मेट, मुखिया एवं सहित अन्य कई महिलाओं को प्रशस्ति पत्र व शॉल ओढाकर सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम में,प्रखंड विकास पदाधिकारी बेड़ो, परियोजना पदाधिकारी,प्रखण्ड प्रमुख, जिला परिषद सदस्य, सभी महिला पर्यवेक्षिका, आंगनवाड़ी सेविका समेत अन्य उपस्थित थे।