बहनों ने भाइयों की कलाई पर बांधी राखी
चक्रधरपुर (जय कुमार): पंप रोड स्थित पद्मावती जैन सरस्वती शिशु विद्या मंदिर चक्रधरपुर में राखी निर्माण कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला में भाई-बहनों ने अपना हुनर दिखाया। उन्होंने सुंदर व आकर्षक आकृतियों के रंग-बिरंगे रक्षा सूत्र बनाए। जिसमें किनुराम सुरीन प्रथम, भाई देवराज मुर्मू द्वितीय व बहन इंदु महतो तृतीय स्थान पर रहीं। इसके बाद शनिवार को विद्यालय परिसर में भाई-बहन का पवित्र त्योहार रक्षाबंधन उत्सव बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया गया।
इस अवसर पर विद्यालय की बहनों ने अपने सहपाठी भाइयों को चंदन, चावल व रोली का तिलक लगाया तथा वैदिक मंत्रों के साथ उनकी कलाई पर रक्षा सूत्र बांधा और उनकी मंगल कामना की। इस अवसर पर विद्यालय के प्राचार्य आनंद चंद्र प्रधान ने भाई-बहनों को रक्षाबंधन का महत्व बताया। यह त्योहार भाई-बहन के बीच अटूट प्रेम का प्रतीक है।
यह भारतीय परंपरा का एक ऐसा त्योहार है जो न सिर्फ भाई-बहन के बीच बल्कि हर सामाजिक रिश्ते को भी मजबूत करता है। इसलिए यह त्योहार न सिर्फ भाई-बहन को जोड़ता है बल्कि इसका सांस्कृतिक और सामाजिक महत्व भी है। बहनें जहां अपने भाइयों की सलामती की दुआ करती हैं, वहीं भाई अपनी बहनों की रक्षा का संकल्प लेते हैं।
जयश्री दास जी ने बच्चों को भाई-बहन के लिए रक्षाबंधन त्योहार के महत्व के बारे में भी बताया। कार्यक्रम को सफल बनाने में स्कूल के चेयरमैन राकेश श्रीवास्तव, जयश्री दास, शांति देवी मीना कुमारी, निशा किरण बानरा, सौभिक घटक, चांदनी जोंको, जयंती तांती आदि मौजूद थे।