Crime | डायरी
हमारे पड़ोसी देश पाकिस्तान में अल्पसंख्यक समुदाय हर तरह की पीड़ा सहने को मजबूर है। धार्मिक, आर्थिक और राजनीतिक चोट के साथ ही इनपर शारीरिक चोट भी लगातार होते रहते हैं।
दिल दहला देने वाला एक ताजा मामला सामने आया है जिसमें एक हिंदू महिला से हैवानियत की सारी हदें पार करते हुए वारदात को अंजाम दिया गया। बता दें कि पाकिस्तान के सिंध प्रांत के एक अस्पताल में इलाज कराने आई 23 वर्षीय महिला से डॉक्टरों ने इलाज के नाम पर किया सामूहिक दुष्कर्म। दुष्कर्म के बाद महिला की तबीयत बिगड़ गई और उसे फौरन दूसरे अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहाँ उसकी हालत बेहद गंभीर बताई जा रही है। वहीं इस कांड को अंजाम देने वाले वहशी और बलात्कारी डॉक्टरों सहित हॉस्पिटल के सभी स्टाफ फरार हैं।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, सिंध प्रांत के टंडो मुहम्मद खान सिटी स्थित इंडस हॉस्पिटल के किडनी वार्ड में सामुहिक दुष्कर्म की घटना हुई, जहां महिला ईलाज के लिए आई हुई थी। पीड़िता का कहना है कि आरोपी डॉक्टरों ने पहले उसे नशे की दवा खिलाई और एक के बाद एक डॉक्टर ने उसके साथ दुष्कर्म किया।
इस मामले की रपट लिखने में भी पाकिस्तानी पुलिस कतरा रही थी, लेकिन पीड़ित महिला के परिजनों के हो-हल्ला के बाद इस वारदात की रिपोर्ट लिखने के लिए वे मजबूर हुए और मामला दर्ज हुआ। हालाँकि आरोपी पकडे जाएँ इससे पहले ही आरोपी डॉक्टर और स्टाफ अस्पताल से भाग गए।
महिला का कहना है की पुलिस उन्हें बचा रही है। वहीँ पुलिस का दावा है कि वह आरोपियों को जल्द गिरफ्तार कर लेगी।
परिजनों ने किया घोर प्रदर्शन कहा – हिंदू समुदाय की बहू-बेटियां अस्पतालों में भी सुरक्षित नहीं
इस वारदात से गुस्साए महिला के परिजनों ने जोरदार प्रदर्शन किया। उनका कहना था कि पाकिस्तान में अल्पसंख्यक हिंदू समुदाय की बहू-बेटियां अस्पतालों में भी सुरक्षित नहीं हैं। उन्होंने सरकार से दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। बता दें की पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों की दुर्दशा के खिलाफ आवाज उठाने वाले फराज ने अपने एक्स पोस्ट में पीड़िता के बयान का वीडियो क्लिप साझा किया है, जिसमें वह महिला स्थानीय भाषा में इस भयानक वारदात के बारे में जानकारी दे रही है।