जमशेदपुर | झारखण्ड
जमशेदपुर स्थित नेताजी सुभाष यूनिवर्सिटी में रविवार को द्वितीय दीक्षांत समारोह का आयोजन किया गया. समारोह के मुख्य अतिथि राज्य के पथ परिवहन एवं अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति कल्याण मंत्री चंपई सोरेन थे. आरंभ में शैक्षणिक जुलूस के साथ मुख्य अतिथि श्री सोरेन को मंच तक लाया गया. तत्पश्चात समारोह की शुरुआत हुई. समारोह में स्नातक 2019-22 तथा स्नातकोत्तर 2019-22 के करीब 400 छात्र-छात्राएं एवं उनके अभिभावक शामिल हुए. इनमें से विभिन्न पाठ्यक्रम के टॉपर व सेकेंड टॉपर रहे 21 छात्र-छात्राओं को गोल्ड तथा 16 छात्र-छात्राओं को सिल्वर मेडल व डिग्री प्रदान कर सम्मानित किया गया. समारोह में यूनिवर्सिटी के कुलाधिपति मदन मोहन सिंह ने मंत्री चंपई सोरेन को डॉक्टरेट की मानद उपाधि देने की घोषणा की.
शहर और ग्रामीण क्षेत्रों में समान व्यवस्था शिक्षा हो : चंपई सोरेन
मुख्य अतिथि मंत्री चंपई सोरेन ने राज्य में शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में समान शिक्षा व्यवस्था की आवश्यकता पर बल दिया. उन्होंने कहा कि इसी के तहत राज्य की हेमंत सरकार ने राज्य में हर पंचायत स्तर पर एक मॉडल स्कूल की स्थापना करने की योजना बनायी है. कहा कि झारखंड खनिज संपदा से भरा-पुरा है. छोटे-बड़े उद्योग हैं. खेत खलिहान भी हैं, लेकिन विकास के दृष्टिकोण से झारखंड पिछड़ा है. अतः यह तभी संभव है, जब यहां के लोग शिक्षित हों. शिक्षा के बगैर राज्य का अपेक्षित विकास संभव नहीं है. इस दिशा में नेताजी सुभाष यूनिवर्सिटी प्रबंधन द्वारा केजी से लेकर पीजी तक की गयी शिक्षा व्यवस्था की सराहना की. विद्यार्थियों का मार्गदर्शन करते हुए उन्होंने कहा कि जीवन में एक अभिभावक और अनुशासन हो, तो समाज प्रदेश ही नहीं बल्कि देश भर में बड़ी उपलब्धि व सफलता हासिल की जा सकती है. उन्होंने समारोह में डिग्री हासिल करने वाले विद्यार्थियों को बताया कि अब उनका विद्यार्थी जीवन पूरा हो रहा है. अतः अब समाज, प्रदेश और देश के विकास में भागीदारी उनकी जिम्मेवारी है. साथ ही उन्होंने आगे रुटीन बना कर दिन भर के कार्य को निबटाने की सीख दी. जॉब के अलावा समाज के लिए भी समय निकालें और अब तक समाज से जो लिया है, वह लौटाने की दिशा में कदम बढ़ायें. इस क्रम में श्री सोरेन ने यूनिवर्सिटी के निकटस्थ नदी किनारे मरीन ड्राइव का निर्माण कराने की भी घोषणा की.
हर तीन साल पर एक अस्पताल और एक यूनिवर्सिटी की स्थापना होगी : कुलाधिपति
यूनिवर्सिटी के कुलाधिपति मदन मोहन सिंह ने समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि यूनिवर्सिटी प्रबंधन की ओर से आदित्यपुर में 14 एकड़ भूखंड पर 150 सीटों के साथ मेडिकल यूनिवर्सिटी की स्थापना हो रही है. इसी तरह प्रत्येक तीन वर्ष के अंतराल पर एक अस्पताल एवं एक मेडिकल यूनिवर्सिटी खोलने का लक्ष्य है. चाहे वह जहां भी हो. प्रत्येक विश्वविद्यालय में प्रावधान के मुताबिक कम से कम 104 चिकित्सक होंगे और वहां करीब 700 लोगों को सीधे रोजगार मिलेगा. फिलहाल एक मेडिकल यूनिवर्सिटी बिहार में चल रही है. इसके माध्यम से उनके पास फिलहाल 184 चिकित्सक हैं. वहीं नेताजी सुभाष यूनिवर्सिटी से प्रत्येक वर्ष पासआउट होकर 100 वकील निकलते हैं. पासआउट विद्यार्थियों का मार्गदर्शन करते हुए उन्होंने कहा कि वे विश्वविद्यालय से विदा नहीं हो रहे हैं. उनका और विद्यार्थियों का अभिभावक व बच्चे का संबंध है. जीवन में कभी भी आवश्यकता हो, याद कर सकते हैं, सहयोग के लिए वे एक कॉल (फोन) की दूरी पर मिलेंगे. उन्होंने यह भी बताया कि विश्वविद्यालय से प्रत्येक वर्ष कम से कम 500 विद्यार्थियों का कैंपस प्लेसमेंट हो रहा है.
शिक्षा का सदुपयोग करें : कुलपति
विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ गंगाधर पंडा ने विद्यार्थियों का मार्गदर्शन करते हुए शिक्षा का जीवन में सदुपयोग करने की सीख दी. उन्होंने कहा कि दीक्षांत समारोह विश्वविद्यालय और विद्यार्थियों के लिए जीवन भर के लिए यादगार पल होता है. उन्होंने कार्यक्षेत्र को कारागृह न बनाने, कल के कार्य को आज निपटाने तथा आलस्य से दूर रहने की सलाह दी. इस क्रम में उन्होंने यूनिवर्सिटी के कुलाधिपति मदन मोहन सिंह के शिक्षा के प्रति समर्पण की भूरि-भूरि प्रशंसा की. उन्होंने कहा कि वर्ष 1996 में पांच बच्चों के साथ स्कूल की शुरुआत की और यह संख्या बढ़ कर पांच हजार तक पहुंच गयी. साथ ही अब पीजी से लेकर यूजी व पीएचडी तक की पढ़ाई होती है. उन्होंने मदन मोहन सिंह को मौजूदा दौर का पंडित मदन मोहन मालवीय बताया.
संस्थान आजीवन अपने छात्रों के साथ : कुलसचिव
यूनिवर्सिटी के कुलसचिव नागेंद्र सिंह ने पासआउट व डिग्री हासिल करने वाले विद्यार्थियों को ईमानदारी व समर्पण भाव से समाज, प्रदेश एवं देश की सेवा का संकल्प दिया. साथ ही इन छात्रों के ओरिएंटेशन प्रोग्राम को याद किया. उन्होंने कहा कि तीन साल पहले आयोजित ओरिएंटेशन प्रोग्रम में लिये गये संकल्प को इन छा-छात्राओं ने पूरा कर दिखाया है. श्री सिंह ने कहा कि ये छात्र आज डिग्री हासिल कर एक नये जीवन की शुरुआत करने जा रही हैं. बावजूद यूनिवर्सिटी आजीवन इनके सहयोग के लिए यथास्थिति तैयार रहेगी.
समारोह को विश्वविद्यालय के प्रति उप कुलपति आचार्य ऋषि रंजन ने भी संबोधित किया. इससे पूर्व मुख्य अतिथि श्री सोरेन, कुलाधिपति मदन मोहन सिंह, कुलपति डॉ गंगाधर पंडा, प्रति उप कुलपति आचार्य ऋषि रंजन एवं कुलसचिव नागेंद्र सिंह ने साईं बाबा एवं नेताजी सुभाष चंद्र बोस की तस्वीर के समक्ष दीप प्रज्जवलित कर समारोह की शुरुआत की. यूनिवर्सिटी की मास कम्यूनिकेशन विभागाध्यक्ष प्रो दीपिका सिंह ने स्वागत भाषण व समारोह का संचालन किया. समारोह में यूनिवर्सिटी के सभी पदाधिकारी, संकायाध्यक्ष, हेड, शिक्षक-शिक्षिकाएं, शिक्षकेतर कर्मचारी उपस्थित थे.
गोल्ड मेडलिस्ट विद्यार्थी
एमबीए-मो जीशान अहमद, बीबीए-लवली लूथरा, बीसीए-अंकिता शर्मा, बीएचएम-परमजीत कौर, एमएससी मैथ-सुशील कुमार सिंह, एमएससी जूलॉजी-सोमिका वर्मा, बीएससी (एच) फिजिक्स-विपुल कुमार पांडेय, बीएससी (एच) जूलॉजी-सौरज्योति बनर्जी, बीकॉम (एच)-सुनंदा कुमारी शर्मा, बीए (एच) इंग्लिश-जोहा फातमा, बीए (एच) पॉलिटिकल साइंस-ऋतिका सचदेव, डी फर्मा-हुस्न बानो, डी फर्मा-संजीव कुमार अंसारी, बीएड-मुकेश कुमार महतो, एलएलबी-उमैद इम्तियाज, मास कॉम-चंद्र दीप कुमार, डिप्लोमा इन इंजीनियरिंग (सीएसई)-रुकैया राशिद, डिप्लोमा इन इंजीनियरिंग (ईईई)-मणिकांत हर्ष, डिप्लोमा इन इंजीनियरिंग (एमई)-गौरव कुमार रजक, एमकॉम-रश्मि कुमारी, एमए इन एजुकेशन-निहारिका.
सिल्वर मेडलिस्ट विद्यार्थी
एमबीए-आकांक्षा गुप्ता, बीबीए-आयुष दीप, एमएससी बॉटनी-जगन्नमयी सिन्हा, एमएससी मैथ-सौरव, बीएससी (एच) जूलॉजी-हस्साना बिलाल, बीकॉम (एच)-अंजलि सिंह, बीए (एच) इंग्लिश-रितुपर्णा बोस, बीए (एच) पॉलिटिकल साइंस-मनमोहन सिंह भाटिया, डी फर्मा-रवि कुमार प्रमाणिक, डी फर्मा-काजल कुमारी, बीएड-बुशरा फिरदौस, एलएलबी-जयशंकर प्रसाद गुप्ता, मास कॉम-ऋतिका कुमारी, डिप्लोमा इन इंजीनियरिंग (सीएसई)-शिवांगी सिंह, डिप्लोमा इन इंजीनियरिंग (ईईई)-अभय कुमार शर्मा, डिप्लोमा इन इंजीनियरिंग (एमई)-आलोक कुमार मिश्रा.