नेताजी सुभाषचंद्र बोस की सचित्र प्रदर्शनी को पैरों तले रौंदने और उनकी जयंती मना रहे छात्र छात्राओं , ए.आई.डी .एस.ओ. कार्यकताओ पर ए.बी.वी.पी. द्वारा किये गए हमले की निंदा।