जमशेदपुर | झारखण्ड
समाहरणालय सभागार, जमशेदपुर में निदेशक डीआरडीए श्री सौरभ सिन्हा की अध्यक्षता में जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक आहूत की गई। बैठक में सिविल सर्जन डॉ जुझार माझी, जिले के अन्य वरीय चिकित्सक, सभी एमओआईसी तथा स्वास्थ्य विभाग के अन्य पदाधिकारी एवं कर्मी उपस्थित रहे। समीक्षा के क्रम में संस्थागत प्रसव में संतोषजनक नहीं पाया गया, जनवरी माह में सभी सरकारी अस्पतालों में 3149 संस्थागत प्रसव हुए जो लक्ष्य का 73 प्रतिशत रहा, इसे शत प्रतिशत सुनिश्चित करने का निदेश देते हुए निजी अस्पतालों में भी प्रसव होने पर समन्वय करते हुए सही-सही आंकड़ा प्राप्त करने का निदेश दिया गया।
सीएचसी व अनुमंडल अस्पताल से सदर तथा एमजीएम अस्पताल में रेफरल मरीजों की संख्या कम करने को लेकर सभी एमओआईसी को सुचारूपर्वक सीएसची चलाने का निर्देश दिया गया। जनवरी माह में 28356 मरीज सीएचसी व अनुमंडल अस्पताल आए जिनमें 4701 को एडमिट किया गया। 3 मरीज सदर अस्पताल तथा 144 मरीज एमजीएम रेफर हुए।
निदेशक डीआरडीए द्वारा स्पष्ट निर्देश दिया गया कि छोटी छोटी समस्याओं का समाधान सीएचसी स्तर पर ही करें। सिविल सर्जन ने कहा कि नवजात बच्चों को एस.एन.सी.यू में भर्ती कराना हो तो एमजीएम की बजाय सदर अस्पताल रेफर करें। नवजात बच्चों की मृत्यु की संख्या में कमी लाने के साथ-साथ सदर अस्पताल में बेड ऑक्यूपेंसी बढ़ेगा तथा एमजीएम से अनावश्यक भार कम होगा। सभी प्रकार के टीकाकरण (पोलियो, हेपेटाइटिस, खसरा, पेंटा आदि) सीएचसी में प्रतिदिन हो इसे सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया।
कुपोषण उपचार को लेकर एमटीसी के कार्यों की समीक्षा की गई। जनवरी 2023 में 22 कुपोषित बच्चों का सफलतापूर्वक उपचार किया गया। बैठक में परिवार नियोजन, एनसीडी स्क्रीलिंग, कुष्ठ रोगी खोज, टीबी उन्मूलन, आयुष्मान भारत सहित अन्य स्वास्थ्य कार्यक्रमों एवं आधारभूत संरचना आदि की भी समीक्षा की गयी।