जमशेदपुर | झारखण्ड
समाहरणालय सभागार, जमशेदपुर में जिले में नवनियुक्त 102 पंचायत सचिव तथा 29 क्लर्क के लिए एक दिवसीय कार्यशाला आयोजित की गई। कार्यशाला में मुख्य अतिथि के रूप में उप विकास आयुक्त श्री मनीष कुमार शामिल हुए, मौके पर एसडीएम धालभूम श्री पीयूष सिन्हा, स्थापना उप समाहर्ता श्री अभिषेक कुमार, जिला पंचायत राज पदाधिकारी डॉ रजनीकांत मिश्रा मौजूद रहे। पंचायत सचिव एवं क्लर्क के रूप में दायित्व, सरकार की महत्वाकांक्षी योजनाओं के सफलतापूर्वक क्रियान्वयन में क्या भूमिका होगी, पंचायत सचिव ग्राम पंचायत में रहकर प्रशासन और आम जनता के बीच किस तरह संवाद की कड़ी बनेंगे तथा सरकार की क्या-क्या योजनाएं वर्तमान में ग्राम पंचायतों में संचालित की जा रही हैं, इन सभी विषयों पर कार्यशाला में प्रकाश डाला गया। साथ ही सभी क्लर्क को पंजी संधारण व अन्य कार्यालयी कार्यों से अवगत कराया गया।
काम से नहीं भागें, चुनौती के रूप में लेना सीखें
उप विकास आयुक्त ने सभी नवनियुक्त कर्मियों को जीवन के इस नई शुरूआत की शुभकामनायें देते हुए कहा कि यह नई जिम्मेदारी कई नई चुनौतियां लेकर आएगी, काम को बोझ की तरह नहीं लें बल्कि उसे चुनौती की तरह स्वीकार करते हुए आगे बढ़ें । उन्होने पंचायत सचिवों से कहा कि जितनी जल्दी अपने पंचायत क्षेत्र की संपूर्ण जानकारी ग्रहित कर लेंगे, आपको अपने दायित्वों के निर्वह्न में उतनी ही आसानी होगी। पंचायत क्षेत्र के सभी गांव, जनसंख्या तथा वर्तमान में संचालित योजनाओं की जानकारी जरूर रखेंगे। उन्होने जिला प्रशासन की ओर से सभी को आश्वस्त किया कि जिले के वरीय पदाधिकारियों द्वारा हर संभव सहयोग दिया जाएगा। सरकारी सेवक के रूप में किन-किन बातों का विशेष ध्यान रखना है, योजनाओं के क्रियान्वयन में क्या सावधानियां बरतनी है इन सभी बातों पर उन्होने मार्गदर्शन किया।
एसडीएम धालभूम ने कहा कि कई नई चीजें आपके सामने आएंगी, उसे सकारात्मक रूप से लेते हुए अपने जिम्मेदारियों का निर्वह्न करेंगे। उन्होने सभी को शुभकामनायें देते हुए कहा कि अपने काम से अपनी पहचान बनाये।
जिला पंचायत राज पदाधिकारी ने सभी नवनियुक्त पंचायत सचिवों को पंचायत की बेसिक जानकारी, पंचायत रिकॉर्ड का संधारण, पंचायत में साप्ताहिक बैठक, 15 वां वित्त का गाइडलाइन एवं जी.पी.डी.पी तथा केन्द्र एवं राज्य सरकार की फ्लैगशिप स्कीम आदि की जानकारी दी।