Jamshedpur : सोमवार 13 जून, 2022
तीनों सेनाओं के सेवानिवृत्त ऑफीसर्स, जवान तथा उनके परिवार का इलाज करने तथा दवाई देने वाली संस्था ई सी एच एस पॉलीक्लिनिक जमशेदपुर है, जहां 10,000 ऑफिसर और जवान व आश्रित परिवार इस संस्था पर निर्भर है। इन आश्रितों के पूरे इलाज एवं दवाई की जिम्मेदारी ई सी एच एस पॉलीक्लिनिक जमशेदपुर का है। यहां पर डॉक्टर एवं सपोर्टिंग स्टाफ 2 साल के कांट्रेक्ट के टर्म पर सेवा देते हैं, जिनका समय सीमा पूरा होने से पूर्व नए कैंडिडेट की भर्ती के लिये विज्ञापन, इंटरव्यू और सलेक्शन के बाद उनकी नियुक्ति किया जाता है। नए या दुबारा नियुक्ति प्रक्रिया लम्बा है और समय लगता है।
स्टेशन कमांडर यहां के गौरव सेनानियों से अपना संपर्क नम्बर भी शेयर करने को तैयार नही हैं।यहाँ तक कि ऑफिसर इंचार्ज ई सी एच एस से भी नही…।
आज ये सब जानकारी अखिल भारतीय पूर्व सैनिक सेवा परिषद के महामंत्री सुशील कुमार सिंह को ई सी एच एस के ऑफिसर इंचार्ज ने दिया। यह जानकारी शुक्रवार को ही प्राप्त हुई थी और गौरव सेनानियों ने अपने स्तर से उच्च सैन्य अधिकारियों को इस समस्या की जानकारी दे दी है। मगर आज सेवाएं बाधित देखकर बहुत दुख हुआ। इस मामला को सैनिक संगठन ने गंभीरता से लिया है और मीडिया के माध्यम से संबंधित अधिकारियों का ध्यान आकर्षित करना चाहता है। अगर एक हफ्ता के अंदर इस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई तो यहां के पूर्व सैनिक विवश होकर कड़े फैसले लेने के लिए बाध्य होंगे। चुकी ये समस्या जीवन रक्षा से संबंधित समस्या है, इसमें किसी प्रकार का समझौता नहीं होना चाहिए। ई सी एच एस जमशेदपुर अच्छे से चल रहा था।
आज तक कभी ऐसी समस्या नहीं आई. यहां के पूर्व ऑफिसर इन चार्ज रहे कर्नल चतुर्भुज नाथ एवं कर्नल वर्मा भी चिंतित हैं। इस समस्या को स्थानीय सीनियर ऑफिसर ब्रिगेडियर रणविजय सिंह ने भी ट्विटर के माध्यम से सीनियर अधिकारियों रक्षा मंत्रालय तथा एडीजी पीआई आर्मी का ध्यान आकर्षित करने का प्रयास किया है।