जमशेदपुर | झारखण्ड
जिला व प्रखंड के पूरी टीम की मेहनत ने लाया रंग, बिरसा हरित ग्राम योजना में हासिल हुई 200 फीसदी उपलब्धि।
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पूर्वी सिंहभूम जिला में बिरसा हरित ग्राम योजना के सफल क्रियान्वयन को लेकर किए जा रहे व्यापक प्रयास के सुखद परिणाम परिलक्षित हुए हैं। राज्य द्वारा पूर्वी सिंहभूम जिले को फेज 2 में 1100 एकड़ में बिरसा हरित ग्राम योजना क्रियान्वित किए जाने का लक्ष्य दिया गया था जिसको देखते हुए जिला प्रशासन द्वारा सभी प्रखंडों को शुरू में 1850 एकड़ का लक्ष्य दिया गया वहीं बाद में लाभुकों की संख्या को देखते हुए उसे संशोधित कर 2200 किया गया। सभी प्रखडों के वरीय प्रभारी, बीडीओ, सीओ, जिला टास्क फोर्स, जेएसएलपीएस व प्रखंड स्तरीय पूरी टीम के दो दिनों के मेहतन तथा फील्ड में लगातार कैम्प किए जाने का परिणाम है कि अबतक 2135.25 एकड़ भूमि को चिन्हित किया जा चुका है । पिछले दो दिनों में 921 ग्राम सभा आयोजित हुए वहीं 98 एकड़ भूमि में बागवानी की योजना क्रियान्वित किए जाने की स्वीकृति भी प्रदान की जा चुकी है।
उप विकास आयुक्त श्री मनीष कुमार द्वारा वीडियो कॉन्फ्रेसिंग से आहूत बैठक में बिरसा हरित ग्राम योजना में अबतक के प्रगति की समीक्षा की गई। बैठक में निदेशक डीआरडीए श्री सौरभ सिन्हा, निदेशक एनईपी श्रीमती ज्योत्सना सिंह उपस्थित थीं। उप विकास आयुक्त ने पूरी टीम को बधाई देते हुए कहा कि उपायुक्त महोदया के मार्गदर्शन अनुसार इस शुरूआत को धरातल पर भी जल्द उतारें, इसके लिए अभी से लग जाएं। उन्होने कहा कि प्रखंडों ने जितने भूमि का चयन किया है सभी का वर्क एंट्री मनरेगा पोर्टल पर दिनांक 26/6/23 तक करा लें। 28/6/23 तक उक्त योजनाओं की तकनीकी स्वीकृति एवं प्रशासनिक स्वीकृति प्रदान की जानी है। उक्त के पश्चात योजना को जियो टैग करते हुए, मस्चर रोल जेनरेट करा देना है तथा गड्ढा खुदाई का कार्य प्रारंभ कर दिया जाएगा जिससे बागवानी के साथ मानव दिवस सृजन में भी बढ़ोत्तरी की जा सकती है।