जमशेदपुर | झारखण्ड
जमशेदपुर की साहित्यिक संस्था “दबिस्तान-ए-जमशेदपुर” के तत्वाधान में उर्दू के प्रसिद्ध शायर मनव्वर राना के निधन पर शोक सभा आयोजित की गई जिसकी अध्यक्षता असदुल्लाह साहब (शहीन अकैडमी, जमशेदपुर) ने की तथा मुख्य अतिथि के तौर पर डा हसन इमाम मालिक (स्पोर्ट्स मैनेजर, टाटा स्टील, जमशेदपुर) शामिल हुए। गौहर अजीज ने सभा का संचालन किया। हाफिज वालीउल्लाह वली के द्वारा तिलावत से सभा प्रारंभ हुई। शायर सफीउल्लाह सफी ने नात के कुछ शेर पढ़े। गौहर अजीज ने बताया कि विगत रात्रि 11:00 बजे उर्दू के विश्व विख्यात शायर मनव्वर राना का देहांत लखनऊ में हो गया। वे कुछ दिनों से बीमार चल रहे थे। उनका जन्म 26 नवंबर 1952 को रायबरेली(उ.प्र.) में हुआ था परन्तु उनके जीवन का बड़ा भाग कोलकाता में बीता। देहांत के समय उनकी आयु 71 साल थी।
मुख्य अतिथि डॉ मलिक ने मनव्वर राणा की महानता को बयान किया तथा उनसे जुड़ी हुई अपनी यादों को साझा करते हुए कहा कि वे एक महान शायर होने के साथ-साथ एक बेमिसाल शख्सियत भी थे।
उनके अलावा शायर रिजवान औरंगाबाद ने भी सभा में अपने विचार प्रस्तुत किए। अध्यक्षीय भाषण के बाद जबनाब अब्दुल्लाह कास्मी के नेतृत्व में मनव्वर राना के लिए सामूहिक दुआ मांगी गई। अंत में सद्दाम गनी ने धन्यवाद ज्ञापन किया और सभा की समाप्ति की घोषणा की। इस सभा में सैयद साजिद परवेज, शायर सरफराज शाद, सफदर हारून, सैफ अली, जीशान, हस्साम गनी इत्यादि की उपस्थिति विशेष रही।