प्रेस कॉन्फ्रेंस में शामिल डॉक्टर अशरफ बदर और नर्सिंग होम एसोसिएशन के सदस्य |
Jamshedpur : सोमवार 26 दिसम्बर, 2022
मानगो स्थित नर्सिंग होम में बीते दिनों हुए बवाल को लेकर आज मानगो नर्सिंग होम एसोसिएशन ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाई। जिसमें नर्सिंग होम के मालिक डॉक्टर अशरफ बदर ने सच्चाई से प्रेस – मीडिया बंधुओं को अवगत कराया।
बता दें कि यह मामला 17 दिसंबर, 2022 का है। जिसमें 16 वर्षीय मोहम्मद जैद का गलत इलाज करने का आरोप परिजनों ने डॉक्टर पर लगाया गया था। और इस मामले की शिकायत परिजनों ने एसएसपी कार्यालय जाकर की थी।
विस्तार से बताते चलें कि उस दिन के हुए बवाल और डॉक्टर बदर को बदनाम करने की साजिश से आहत होकर आज नर्सिंग होम एसोसिएशन ने डॉक्टर अशरफ बदर के क्लीनिक पर प्रेस कॉन्फ्रेंस रखी। कॉन्फ्रेंस द्वारा यह जानकारी दी गई कि जो भी मामला हुआ था उसकी उच्च अधिकारी के द्वारा एक मेडिकल टीम का गठन किया गया है। जो इसकी जांच करेगी।
डॉक्टर अशरफ बदर ने आगे कहा की मोहम्मद जैद के घर वाले किसी रियाज के बोलने पर मुझसे पैसों की मांग रहे थे। यदि मेरी गलती है और गठित मेडिकल टीम के द्वारा यह साबित हो जाता है तो मैं हर्जाना देने के लिए भी तैयार हूं। यदि वे निर्दोष साबित होंगे तो वह किसी तरह की आर्थिक मदद नहीं करेंगे। और अगर यह साबित नहीं होता है कि मेरी गलती थी तो फिर मैं हर उन लोगों के खिलाफ मानहानि का केस करूंगा जो मुझे बदनाम करने की साजिश कर रहे हैं।
कुछ लोग डॉक्टर के खिलाफ सोशल मीडिया पर गलत बातें लिख रहे हैं इस पर भी डॉक्टर ने कहा कि इसके खिलाफ भी वह लीगल एक्शन लेंगे।
जैद को टीबी की दवाई चलाने के सवाल पर डॉक्टर ने सफाई देते हुए कहा कि टीबी की दवा का कोई साइड इफेक्ट नहीं होता है वह एक ऐसी दवाई है जिससे किसी को कोई नुकसान नहीं पहुंचती है।
आपको बता दें कि प्रेस कांफ्रेंस में मौजूद इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के पूर्व सेक्रेटरी मृत्युंजय सिंह ने बताया कि डॉ अशरफ बदर को साजिश के तहत बदनाम किया जा रहा है सोशल मीडिया पर उनके खिलाफ गलत बातें लिखी जा रही हैं, जो पूरी तरह से बेबुनियाद है।
आपको बता दें कि 17 दिसंबर की रात मीडिया से बदसलूकी के मामले पर डॉक्टर ने कहा कि बदसलूकी करने वाला लड़का उनका स्टाफ नहीं था, वह कुछ काम से उनके पास आया था और इसके लिए मैं मांफी मांगता हूं। 17 दिसंबर की रात डॉक्टर को 4 घंटे थाने मे बैठाने के मामले पर भी कॉन्फ्रेंस में नाराजगी जताते हुए उन्होंने कहा कि बिना किसी जुर्म के डॉक्टर को थाने में बैठाना कितना उचित है यह एक विचारणीय प्रश्न है और वह इस मामले की निष्पक्ष जांच चाहते हैं।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के पूर्व सचिव मृत्युंजय सिंह के अलावा सर्जन डॉक्टर शमीम, हिना जरार एवं अन्य नर्सिंग होम के संचालक मौजूद थे।