जमशेदपुर: टाटा मोटर्स ने आज अपनी कैंटीन सुविधाओं में दो महत्वपूर्ण बदलाव किए हैं। फाइनल डिवीजन के कैंटीन में अब आरोग्य मेनू शुरू किया गया है, जो उन लोगों के लिए है जिन्हें कम तेल-मसाले वाला या सादा भोजन चाहिए। इसके अलावा, जनरल ऑफिस और सीटर के पैंट्री को महिलाओं के लिए पिंक पैंट्री घोषित किया गया है।
आरोग्य मेनू
आरोग्य मेनू उन लोगों के लिए खास रूप से बनाया गया है जिन्हें डॉक्टरों द्वारा कम तेल-मसाले वाला या सादा भोजन खाने की सलाह दी गई है। इस मेनू में ताजे फल, सब्जियां, और साबुत अनाज शामिल हैं। यह मेनू उन लोगों के लिए भी फायदेमंद है जो स्वस्थ जीवनशैली अपनाना चाहते हैं।
पिंक पैंट्री
पिंक पैंट्री महिलाओं को प्रोत्साहित करने के लिए बनाई गई है। इस पैंट्री में सभी काम महिलाओं द्वारा किया जाएगा। यह महिलाओं को सशक्त बनाने और उन्हें कार्यस्थल में समान अवसर प्रदान करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
उद्घाटन समारोह
इन दोनों बदलावों का उद्घाटन टाटा मोटर्स के एचआर हेड मोहन घंट, आईआर हेड सौमिक राय, मनीष वर्मा, टाटा मोटर्स वर्कर्स यूनियन के अध्यक्ष श्री गुरमीत सिंह, महामंत्री श्री आरके सिंह और अन्य वरिष्ठ पदाधिकारियों द्वारा किया गया।
टाटा मोटर्स हमेशा से ही अपने कर्मचारियों के स्वास्थ्य और कल्याण को लेकर प्रतिबद्ध रहा है। ये बदलाव कर्मचारियों को बेहतर भोजन और कार्यस्थल में समान अवसर प्रदान करने की दिशा में कंपनी की प्रतिबद्धता को दर्शाते हैं।
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टाटा मोटर्स कैंटीन में बदलाव: आरोग्य मेनू और महिलाओं के लिए पिंक पैंट्री
1. आरोग्य मेनू:
- फाइनल डिवीजन कैंटीन में अब आरोग्य मेनू भी उपलब्ध होगा।
- यह मेनू उन लोगों के लिए बनाया गया है जिन्हें कम तेल-मसाले वाले भोजन की आवश्यकता है या जो किसी बीमारी से ग्रस्त हैं।
- इस मेनू में सादा भोजन भी उपलब्ध होगा।
2. पिंक पैंट्री:
- जनरल ऑफिस के पैंट्री और सीटर के पैंट्री को अब “पिंक पैंट्री” घोषित किया गया है।
- इन पैंट्री में महिला कर्मचारियों द्वारा ही भोजन परोसा जाएगा।
- यह पहल महिला कर्मचारियों को प्रोत्साहित करने और उन्हें सशक्त बनाने के लिए की गई है।
उद्घाटन:
इन दोनों पहलों का उद्घाटन टाटा मोटर्स के एचआर हेड श्री मोहन घंट, आईआर हेड श्री सौमिक राय, श्री मनीष वर्मा, टाटा मोटर्स वर्कर्स यूनियन के अध्यक्ष श्री गुरमीत सिंह, महामंत्री श्री आरके सिंह और अन्य वरिष्ठ पदाधिकारियों द्वारा किया गया।
टाटा मोटर्स हमेशा से ही अपने कर्मचारियों के स्वास्थ्य और कल्याण के प्रति सचेत रहा है। यह पहल इसी दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
यह बदलाव कर्मचारियों के लिए:
- बेहतर स्वास्थ्य
- अधिक सुविधा
- समानता और सशक्तिकरण
लाएगा।
यह पहल निश्चित रूप से टाटा मोटर्स को एक बेहतर कार्यस्थल बनाने में मदद करेगी।
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टाटा मोटर्स: भारत का गौरव
टाटा मोटर्स भारत की सबसे बड़ी वाहन निर्माता कंपनी है, जो दुनिया भर में 100 से अधिक देशों में अपनी कारों, ट्रकों और बसों का निर्यात करती है। 1945 में स्थापित, टाटा मोटर्स ने भारत के ऑटोमोबाइल उद्योग के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
कंपनी के कुछ प्रमुख उपलब्धियां:
- भारत की पहली स्वदेशी कार, टाटा इंडिका, का निर्माण
- दुनिया की सबसे सस्ती कार, टाटा नैनो, का निर्माण
- जगुआर और लैंड रोवर जैसी प्रतिष्ठित ब्रांडों का अधिग्रहण
- इलेक्ट्रिक वाहनों के क्षेत्र में अग्रणी
- कॉर्पोरेट सामाजिक जिम्मेदारी के प्रति प्रतिबद्ध
टाटा मोटर्स के कुछ प्रमुख उत्पाद:
- टियागो, नेक्सॉन, हैरियर, सफारी जैसी लोकप्रिय कारें
- इंडिगो, मंज़ा, टाटा ऐस जैसी वाणिज्यिक वाहन
- स्टारबस, सिटी बस, स्कूल बस जैसी बसें
टाटा मोटर्स के भविष्य की योजनाएं:
- इलेक्ट्रिक वाहनों के क्षेत्र में निवेश
- स्वायत्त वाहनों का विकास
- कनेक्टेड कार टेक्नोलॉजी में अग्रणी
- भारत और दुनिया भर में अपनी उपस्थिति मजबूत करना
टाटा मोटर्स भारत के लिए गर्व का विषय है। यह कंपनी न केवल भारत के ऑटोमोबाइल उद्योग का नेतृत्व कर रही है, बल्कि दुनिया भर में भी अपनी प्रतिष्ठा बना रही है।