जमशेदपुर: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह के इशारे पर झारखंड के तत्कालीन मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को ईडी ने जेल भेज दिया था। ऐसे में हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन ने राजनीतिक चुनौती को स्वीकार किया और गांडेय विधानसभा के उपचुनाव में शानदार जीत दर्ज कर पार्टी और सरकार को बचा लिया।
सामाजिक चिंतक सुधीर कुमार पप्पू ने उन्हें बधाई देते हुए कहा कि इतना ही नहीं हेमंत सोरेन की कमी को दूर करते हुए उन्होंने पिछले लोकसभा चुनाव में पूरे राज्य में जनसभाएं कीं और इंडिया अलायंस की बैठकों में शामिल होकर महिला शक्ति का परिचय दिया। उन्होंने आगे कहा कि कल्पना सोरेन ने मोदी सरकार की साजिश को नाकाम कर दिया और झारखंड में भाजपा को बैकफुट पर ला दिया।
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जब लोकसभा चुनाव चल रहे थे, तब कल्पना सोरेन ने दर्जनों जनसभाओं में भाजपा द्वारा किए जा रहे अत्याचारों के बारे में बताया, जिसका नतीजा यह हुआ कि भाजपा आदिवासी सीटों पर हार गई। झारखंड की जनता को भविष्य में कल्पना सोरेन से बहुत उम्मीदें हैं।
मोदी-शाह की जोड़ी ने साजिश करके हेमंत सोरेन को जेल भिजवा दिया, लेकिन इससे झारखंड मुक्ति मोर्चा के जनाधार पर कोई असर नहीं पड़ा और न ही पड़ेगा। आज भाजपा के पास राज्य में कोई ऐसा नेता नहीं है जो कल्पना सोरेन को चुनौती दे सके। आने वाले समय में झारखंड से भाजपा का सफाया हो जाएगा। आगामी विधानसभा चुनाव में कल्पना सोरेन के नेतृत्व में महागठबंधन की मजबूत उपस्थिति सुनिश्चित है।