जमशेदपुर | झारखण्ड
तुलसी भवन द्वारा युगद्रष्टा स्वामी विवेकानन्द जी की जयंती पर शुक्रवार को “रामराज्य और संविधान” विषय पर “विचार साधना सत्र” कार्यक्रम आयोजित किया गया. कार्यक्रम की अध्यक्षता पूर्व मुख्य कारखाना निरीक्षक अरुण कुमार मिश्र तथा संचालन डाॅ प्रसेनजित तिवारी ने किया. कार्यक्रम में मुख्य अतिथि प्रखर राष्ट्रवक्ता एवं सर्वोच्च न्यायालय के वरिष्ठ अधिवक्ता पीआईएल मैन अश्विनी उपाध्याय, विशिष्ट अतिथि सांसद विद्युत वरण महतो, सम्मानित अतिथि पूर्व प्रोफेसर एक्सएलआरआई डाॅ शरद सरीन तथा स्वामी सीताराम शरण मौजूद थे. मंचासीन लोगों में तुलसी भवन के न्यासी अरुण कुमार तिवारी, मुरलीधर केडिया, अध्यक्ष सुभाष चन्द्र मुनका, संयोजक धर्मचन्द्र पोद्दार भी थे. कार्यक्रम के आरंभ में स्वागत वक्तव्य तुलसी भवन के न्यासी मुरलीधर केडिया एवं अंत में धन्यवाद ज्ञापन अरुण कुमार तिवारी द्वारा दिया गया.
कार्यक्रम का आरंभ दीप प्रज्जवलन एवं स्वामी विवेकानन्द जी के चित्र पर पुष्पार्पण से हुआ. इसके बाद मुख्य अतिथि अश्विनी उपाध्याय ने कहा कि वर्ष 2023 में उन्होंने पीआईएल के जरिये अंग्रेजों द्वारा बनाये गये सैकड़ों कानून हटवाने का काम किया. इस वर्ष 2024 में कांग्रेस के द्वारा बनाये गये घटिया कानूनों को खत्म करने का काम करेंगे. अपने वक्तव्य के अंत में उपस्थित जन समुह से अबकी बार 400 पार के नारे भी लगवाये. कार्यक्रम में मुख्य रूप से भाजपा के विनोद सिंह, नीरज सिंह,राजन सिंह, राजीव रंजन सिंह , राजेश सिंह, क्रीड़ा भारती के राजीव चौधरी, शिव शंकर सिंह के अलावा सैकड़ों अधिवक्ता, साहित्य समिति के डाॅ अजय ओझा, यमुना तिवारी व्यथित, नीलिमा पाण्डेय, वीणा पाण्डेय भारती, माधवी उपाध्याय, उपासना सिन्हा, निवेदिता श्रीवास्तव, रीना सिन्हा,सुरेश चन्द्र झा, अशोक पाठक स्नेही, कैलाश नाथ शर्मा गाजीपुरी समेत सैकडो लोग उपस्थित थे.