जमशेदपुर | झारखण्ड
▪ उप विकास आयुक्त की अध्यक्षता में बिरसा हरित ग्राम योजना के सफल क्रियान्वयन को लेकर आयोजित हुई कार्यशाला, प्रखंड विकास पदाधिकारी, बीपीओ, एई, जेई, बीपीएम हुए शामिल
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सरकार की महत्वाकांक्षी योजना बिरसा हरित ग्राम योजना के सफल क्रियावन्यन को लेकर उप विकास आयुक्त श्री मनीष कुमार की अध्यक्षता में जिला स्तरीय कार्यशाला सभी बीडीओ, बीपीओ, एई, जेई, बीपीएम के लिए आयोजित की गई। कार्यशाला में रांची से जुड़ी विशेषज्ञों की टीम ने जिला की टीम का ज्ञानवर्धन किया एवं बागवानी योजना को लेकर तकनीकी एवं अन्य पहलुओं से अवगत कराया। कार्यशाला में वृक्षारोपण के लिए ले आउट, गड्ढा भराई कितने समय में होना चाहिए, पौधा की ढुलाई किस तरह हो, जिन्दा घेरान क्यों जरूरी है, पौधघा रोपाई, घेरान की मरम्मत एवं CPT का निर्माण, बेसिन बनाना, खाद का प्रयोग एवं मल्चिंग, पौधा को ‘H’-टेका की मरम्मत करना, दीमक का प्रबंधन, सिंचाई : सप्ताह में दो बार, ठंडा/गर्मी से पौधा को बचाने का प्रबंध करना जैसे कई तकनीकी बिदुओं पर प्रकाश डाला गया।
उप विकास आयुक्त ने कहा कि जिन जगहों पर बागवानी के लिए भूमि चिन्हित किया गया है और पानी की समस्या आ रही वहां बिरसा सिंचाई कूप संवर्धन योजना के तहत सभी प्रखंड कूप निर्माण की योजना लें। जिले को लगभग 4000 कूप निर्माण का लक्ष्य राज्य से मिला है, उप विकास आयुक्त द्वारा अगले 10 दिनों में 50 फीसदी योजना की स्वीकृति का आदेश सभी प्रखंडों को दिया गया।
जिले में 2200 एकड़ के बागवानी के लक्ष्य को लेकर उप विकास आयुक्त ने कहा कि सभी प्रखंडों में टीम काफी सक्षम है, तय समय में भूमि चिन्हित कर आपने साबित भी किया है, जरूरत है कि अब तय समय में ही योजना को धरातल पर उतारा जाए। बागवानी कृषि और आर्थिक विविधीकरण के लिए एक इंजन भी हो सकती है।
बैठक में पीएम आवास निर्माण कार्य की भी समीक्षा की गई। उप विकास आयुक्त ने स्पष्ट कहा कि पहला इंस्टॉलमेंट लेकर गायब होने वाले लाभुकों को नोटिस भेजें, प्रेरित करें, हर हाल में आवास निर्माण पूर्ण हो इसे सुनिश्चित करना है। बाबा साहब भीम राव अंबेडकर आवास में 86 ऐसे आवास लंबित हैं जिनके लाभुक पहला किश्त लेने के बाद निर्माण कार्य आगे नहीं बढ़ा रहे। सभी बीडीओ को नियमित क्षेत्र भ्रमण कर ऐसे लाभुकों को आवास निर्माण कार्य पूरा करने के लिए प्रेरित करने की बात कही गई। उप विकास आयुक्त ने कहा कि जितने भी ऑनगोइंग स्कीम है उन्हें जल्द पूर्ण करें। सभी प्रखंडों को बागवानी सखी का ट्रेनिग, ज्यादा से ज्यादा टीसीबी तथा नाडेप की योजना लेने पर बल दिया गया।
बैठक में बीडीओ डुमरिया श्री साधुचरण देवगम, बीडीओ बहरागोड़ा श्री राजेश साहू, बीडीओ धालभूमगढ़ श्रीमती सविता टोपनो, बीडीओ बोड़ाम श्रीमती नाजिया अफरोज, बीडीओ घाटशिला श्री कुमार अभिनव, बीडीओ पोटका श्री निखिल कच्छप, बीडीओ पटमदा श्री अरविंद बेदिया, डीपीएम जेएसएलपीएस श्री सुजीत बारी, पीओ डीआरडीओ शीतल तिर्की, एपीओ तथा अन्य उपस्थित थे, अन्य संबंधित पदाधिकारी वीसी से जुड़े।