जमशेदपुर | झारखण्ड
जिले की उपायुक्त श्रीमती विजया जाधव के आदेशानुसार मानगो-डिमना रोड में चलाये गए अतिक्रमण अभियान पर स्थानीय लोगों ने खुशी जाहिर की है। गौरतलब है कि शनिवार देर रात उपायुक्त द्वारा मानगो क्षेत्र भ्रमण के दौरान दिए गए निर्देश के आलोक में रविवार को अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की गई। उपायुक्त के नेतृत्व में की गई इस कार्रवाई में एसडीओ धालभूम श्री पीयूष सिन्हा तथा जिला प्रशासन के अन्य वरीय पदाधिकारी, दंडाधिकारी मौजूद रहे।
सुगम यातायात व्यवस्था बनाये रखने में डिवाइडर पर लगाये जाने वाले दुकान तथा सड़कों का भी अतिक्रमण कर सब्जी, चाय नास्ता, मिट्टी बर्तन, टोकरी झाड़ु, होटल आदि दुकान खुल जाने से लोगों को आवागमन में काफी समस्या होती थी।
रविवार देर शाम में अतिक्रमण हटाओ अभियान धालभूम शुरू किया गया जो करीब रात 11 बजे खत्म हुआ। अतिक्रमण हटाने के पहले रविवार सुबह से ही नगर निगम कार्यालय द्वारा सघन माइकिंग करते हुए दुकानदारों को खुद से दुकान हटाने की अपील की जा रही थी जिसपर कुछ दुकानें स्वत: हटाई भी गईं। कुछ लोग जिनका अतिक्रमण बड़ा था, उन्हे समय भी दिया गया ताकि मौके से वे अपना सामान ले जाएं ताकि आर्थिक रूप से कोई बड़ी क्षति नहीं हो। स्थानीय लोगों ने कहा कि मानगो में जाम लगना रोज की समस्या थी जिससे छुटकारा मिल जाना अच्छी बात है। सड़क पर अतिक्रमण के कारण गाड़ियां रेंगती थी या दुर्घटना की भी संभावना बनी रहती थी जिससे अब राहत मिलेगी।
अतिक्रमण हटाने के साथ-साथ नए दुकानों का आवंटन
जिला प्रशासन द्वारा एक तरफ अतिक्रमण हटाया जा रहा था वहीं दूसरी ओर रविवार देर शाम से ही लोगों को मानगो पुल के पास बने स्थाई दुकानों का आवंटन भी करना शुरू कर दिया गया। अतिक्रमण हटाने के दौरान तोड़े गए दुकानों के संचालकों ने नई दुकान मिलने पर खुशी जाहिर किया है। जिले की उपायुक्त ने सबसे पहले गरीब तथा महिलाओं को प्राथमिकता के आधार पर दुकान आवंटन का आदेश दिये हैं। दुकान आवंटन की प्रक्रिया आज भी जारी है। नगर निगम पदाधिकारी श्री सुरेश यादव ने बताया कि जल्द से जल्द सभी दुकानदारों को उनके नए दुकान में शिफ्ट कर दिया जाएगा।
मानगो पुल के पास बनाये गए स्थाई दुकान में सबसे पहले मोची का कार्य करने वाले दुकानदार को शिफ्ट किया गया। उन्होने अपनी खुशी व्यक्त करते हुए कहा कि पहले सड़क किनारे खुला आसमान में दुकान लगाते थे, सारा सामान शाम होते ही घर समेटकर ले जाना पड़ता था, पक्का छत का दुकान मिल जाने से अब वो समस्या नहीं होगी, शटर में ताला लगाकर आराम से घर जा सकेंगे।