कोरोना महामारी विश्व व्याप्त एक ऐसी महामारी है जिसका उपचार नहीं के बराबर है। वैसे लोग जिनकी शारीरिक अंदरूनी शक्ति मजबूत है वे कोरोना से लड़ कर ठीक हो सकते है और हो रहे है। इसी बीच एक अच्छी खबर आई है। ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के साथ मिलकर वैक्सीन बना रही एस्ट्राजेंका ने कहा है कि उसके द्वारा बनाई गई वैक्सीन 90 फीसदी अधिक सुरक्षा देने में कामयाब साबित होगी।
ट्रायल के दौरान जिन लोगों को वैक्सीन दी गई उन्हें अबतक अस्पताल जाने की जरूरत नहीं पड़ी है। इसके लिए वन डोज का तरीका अपनाया गया है , इसमें पहली वैक्सीन का आधा डोज दिया जाता है, इसके लगभग एक महीने बाद पूरा डोज दिया जाता है।
विश्व में इस वर्ष तीन कंपनियों की वैक्सीन अंतिम चरण में हैं। इनमें एस्ट्राजेंका, मॉडर्ना और फाइजर की वैक्सीन शामिल है.
भारत में इसकी कीमत २५० से ३०० रुपये के लगभग हो सकती है।
भारत में एस्ट्राजेंका, सीरम इंस्टीट्यूट और ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया के साथ काम कर रहे हैं, उम्मीद है वर्ष २०२१ के सुरुवाती दिनों तक वैक्सीन सम्पूर्ण रूप से तैयार हो सके। भारत विशाल देश है इसलिए सामूहिक स्तर पर टीकाकरण में कुछ समय लग सकता है।