जमशेदपुर | झारखण्ड
जमशेदपुर के डिमना स्तिथ निर्माणाधीन एमजीएम अस्पताल के कानट्रेक्टर एल & टी के कर्मचारी और मजदूरों को अग्निशमन विभाग के कर्मियों के द्वारा मॉक ड्रिल के जरिए सभी लोगो को आग पर काबू पाने के तरीकों के बारे में जानकारी दी गई।
अग्निशमन कर्मी अनिकेत कुमार ने एल & टी के सभी मजदूरों को विस्तार पूर्वक बताया कि आग लगने पर उन्हें क्या करना चाहिए तथा रास्ते में अग्निशमन वाहन को देखने पर उनका क्या व्यवहार होना चाहिए।
अग्निशमन कर्मी ने बताया कि, जिस जगह पर आग लगने की आशंका हो, वहां बाल्टी में पानी व मग और सूती कपड़ा का गमछा तथा बालू मौजूद रहने पर आग की शुरुआत में ही उसे बुझाने में काफी मदद मिल सकती है।
आग लगने पर लोगों को आग की प्रकृति का अवलोकन कर तत्काल उसे बुझाने की कोशिश करनी चाहिए क्योंकि उसके फैल जाने पर उसे बुझाना मुश्किल हो जाता है। आग लगने पर तुरंत उस पर बाल्टी व मग से पानी डाल दिया जाए या बालू डाल दिया जाए तो आग बुझ जाती है। रसोई गैस के सिलेंडर में आग लगने पर उसे सूती कपड़े के गमछे या चादर की मदद से बुझाया जा सकता है।
मॉक ड्रिल के दौरान मौजूद मजदूरों ने रसोई गैस के सिलेंडर में लगी आग पर सूती कपड़े के गमछे के जरिए खुद काबू पाकर यह तरकीब सीखी। अग्निशमन कर्मी ने कहा कि जब खुद आग बुझाना संभव न हो तो तत्काल अग्निशमन विभाग को इसकी सूचना देनी चाहिए।
मार्ग में अग्निशमन वाहन को गुजरते देखकर प्राथमिकता के आधार पर उसे रास्ता देना चाहिए। अग्निशमन वाहन तभी निकलता है जब कहीं आग लगती है, इसलिए उसके लिए रास्ता छोड़ने में एंबुलेंस से भी अधिक प्राथमिकता देनी चाहिए, क्योंकि समय पर अग्निशमन वाहन के पहुंचने पर जान-माल को आग में नष्ट होने से बचाया जा सकता है।