जमशेदपुर | झारखण्ड
रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) आइटीआर चांदीपुर में आयोजित रेंज टेक्नोलॉजी पर आयोजित तीन दिवसीय तीसरे अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन, आईसीओआरटी 2023 में आयुष कुमार अग्रवाल, हर्षित कुमार और एमएसवी सरन ने डीआरडीओ-आईटीआर, चांदीपुर में प्रदर्शनी में अपनी परियोजनाओं के साथ एनआईटी जमशेदपुर का प्रतिनिधित्व किया। इस कार्यक्रम में कुल 42 प्रदर्शकों ने हिस्सा लिया। जिसमें देश के कई आईआईटी, एनआईटी, शैक्षणिक संस्थान और उद्योग जगत के कई नामचीन कंपनियां शामिल हुए।
दिनांक 23 फरवरी से 25 फरवरी तक आयोजित इस कार्यक्रम में एनआईटी जमशेदपुर ने इस वर्ष सर्वश्रेष्ठ छात्र प्रदर्शक का पुरस्कार जीता। राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान जमशेदपुर की ओर से प्रदर्शनी में प्रतिनिधित्व कर रहे छात्र आयुष कुमार अग्रवाल रोबोटिक्स और ऑटोमेशन में पीएचडी कर रहे हैं और हर्षित और सरन एनआईटी जमशेदपुर के इलेक्ट्रॉनिक्स और संचार विभाग में अपने बीटेक तीसरे वर्ष में हैं। डीआरडीओ में प्रदर्शित परियोजनाओं में सार्वजनिक शौचालयों के लिए स्वचालित यूरिनल फ्लश सिस्टम (जो सार्वजनिक मूत्रालयों में बदबू की समस्या को रोकने के लिए सबसे सस्ता समाधान है) और रक्षा, महिलाओं के लिए एक स्मार्ट डोर और लॉकेट आधारित सुरक्षा उपकरण (कम लागत वाली एसओएस डिवाइस) शामिल हैं – विशेष रूप से महिलाओं, बच्चों और वृद्धों की सुरक्षा के लिए।
डीआरडीओ और पूरे देश के कई वैज्ञानिकों ने प्रदर्शनी में NIT के छात्रों द्वारा दिखाए गए प्रोजेक्ट की नवीनता को पसंद किया।
और कई ने उपकरणों को खरीदने में रुचि दिखाई है, जिसके लिए छात्रों ने उन्हें इंतजार करने के लिए कहा क्योंकि वे इसे बाजार में लाने से पहले इसका परीक्षण करना चाहते हैं और इसे 100% परिपूर्ण बनाना चाहते हैं। इस संबंध में संस्थान के प्रवक्ता श्री सुनील कुमार भगत ने बताया कि उक्त प्रदर्शनी में शामिल होने के लिए संस्थान के निदेशक डॉ़ करूणेश कुमार शुक्ला के मार्गदर्शन में काफी पूर्व से कार्यक्रम की रूपरेखा तैयार की गई थी।
डीआरडीओ द्वारा प्रायोजित इसका इस प्रदर्शनी में संस्थान को सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शक के रूप में पुरस्कृत होने से संस्थान के शिक्षकों एवं छात्रों के बीच काफी हर्षोल्लास है एवं खुद को गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं। संस्थान के निदेशक डॉ़ के.के. शुक्ला ने इस अवसर पर छात्रों को बधाई देते हुए इस तरह के अन्य प्रदर्शनी में अधिक से अधिक भाग लेने के लिए प्रोत्साहित किया एवं संस्थान द्वारा छात्रों को सभी तरह की सुविधाएं उपलब्ध करवाने का आश्वासन दिया।
पुरस्कृत टीम के छात्र आयुष कुमार अग्रवाल ने कहा कि वह जरूरतमंद लोगों के लिए इस तरह के कम लागत वाले उपकरण को डिजाइन करने और सतत नवाचारों की दिशा में देश के विकास को लेकर अधिक जुनूनी हैं। उनके पास इस तरह के उपकरणों के लिए कई पेटेंट हैं, जिनमें दुनिया का सबसे सस्ता बैटरी से चलने वाला वेंटिलेटर सिस्टम शामिल है।
इस परियोजनाओं के पीआई डॉ. जयेंद्र कुमार ने इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. अमित प्रकाश को संस्थान में ऐसी परियोजनाओं को विकसित करने की अनुमति देने का श्रेय देते हैं और उन्होंने आईसीओआरटी-23 में भाग लेने के लिए छात्रों का मार्गदर्शन करने के लिए डॉ सुरजीत कुंडू को धन्यवाद दिया।