जमशेदपुर | झारखण्ड
सोक पिट, नाडेप के कार्य में तेजी लाते हुए एक सप्ताह में उपयोगिता प्रमाण पत्र जमा करने का निर्देश
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उप विकास आयुक्त- सह- उपाध्यक्ष, जिला जल एवं स्वच्छता समिति श्री मनीष कुमार द्वारा स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) अन्तर्गत स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण फेज 2 के तहत ठोस एवं तरल अपशिष्ट प्रबंधन पर कार्य करने हेतु वीसी के माध्यम से समीक्षा की गई। जिला पंचायती राज पदाधिकारी, कार्यपालक अभियंता, पेयजल एवं स्वच्छता प्रमंडल जमशेदपुर/आदित्यपुर, सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी, सहायक अभियंता, कनीय अभियंता, प्रखण्ड समन्वयक/ सोशल मोबलाईजर एवं मुखिया वीसी से जुड़े। सभी मुखियागण को सभी गांव में ठोस एवं तरल अपशिष्ट प्रबंधन के तहत सोक पिट, नाडेप इत्यादि के कार्य में तेजी लाते हुए एक सप्ताह के अंदर उपयोगिता प्रमाण पत्र जमा करने का निर्देश दिया गया। साथ ही सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी को नियमित रूप से प्रत्येक सप्ताह इसकी समीक्षा करने हेतु निदेशित किया ताकि सभी प्रखंड के सभी गांव को दिसंबर तक 5 स्टार घोषित किया जा सकता है।
सभी मुखियागण को जिले में चल रहे 15 सितंबर से 02 अक्टूबर तक स्वच्छता ही सेवा कार्यक्रम बारे में अवगत कराया गया। कार्यक्रम का थीम इस वर्ष कचरा मुक्त भारत रखा गया है। इसके अंतर्गत जिला, प्रखंड, गांव पंचायत एवं गाँव स्तर पर विभिन्न गतिविधियों का आयोजन कर गांव /पंचायत को कचड़ा मुक्त बनाना है। इसी कड़ी में विद्यालय स्तर पर कई गतिविधियों का आयोजन किया जाना है।
पेयजल एवं स्वच्छता विभाग, शिक्षा विभाग एवं स्वच्छ भारत मिशन के समन्वय से विभिन्न पंचायतों में विद्यालय स्तर पर निबंध लेखन, पेंटिंग, भाषण प्रतियोगिता एवं बच्चों के बीच स्वच्छता को लेकर शपथ ग्रहण कार्यक्रम का आयोजन किया जाना है। कचरा मुक्त अभियान के तहत ग्रामीणों को घरों से निकलने वाले तरल एवं सूखा कचरा के प्रबंधन प्लास्टिक वेस्ट के हानिकारक प्रभाव आदि के विषय में भी बताया जाना है।
इस विषय में कहा गया कि अपने गांव को स्वच्छ एवं सुंदर बनाने के लिए सर्वप्रथम सभी को सामूहिक रूप से प्रयास करना होगा तथा एकल उपयोग प्लास्टिक की थैलियों तथा सामग्रियों का उपयोग नहीं करते हुए इसकी जगह कपड़े की थैली का उपयोग करना होगा।