जमशेदपुर | झारखण्ड
उपायुक्त, पूर्वी सिंहभूम के निर्देशानुसार उप विकास आयुक्त श्री मनीष कुमार द्वारा जिला सभागार में आहूत एक बैठक में समाज कल्याण विभाग की समीक्षा की गई। बैठक में सावित्रीबाई फुले समृद्धि योजना में अधतन प्रगति, सेविका/सहायिका नियुक्ति, कुपोषण उपचार केन्द्र, वन स्टॉप सेंटर, आंगनबाड़ी केन्द्र निर्माण तथा अन्य विभागीय योजनाओं की समीक्षा की गई। उप विकास आयुक्त ने कहा कि राज्य सरकार ने छात्राओं को शिक्षा से जोड़ने के लिए सावित्रीबाई फुले किशोरी समृद्धि योजना की शुरूआत की है।
इस योजना से आच्छादित बालिकायें आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर हो सकेंगी ऐसे में सभी सुयोग्य बालिकाओं को चिन्हित करें, सभी सीडीपीओ एवं महिला पर्यवेक्षिकाओं को विद्यालय के प्राचार्य से समन्वय बनाते हुए लक्ष्य प्राप्ति का निदेश दिया गया। सेविका/सहायिका के रिक्त पदों को भरने के लिए नियमसंगत कार्रवाई करते हुए प्रक्रिया शुरू करने का निर्देश दिया गया। फिलहाल जिले में 17 सेविका एवं 29 सहायिका का पद खाली है।
3 दिनों में 900 आंगनबाड़ी केन्द्रों का जांच
आंगनबाड़ी केन्द्रों में पठन-पाठन, पोषाहार वितरण, भवनों की स्थिति, पोषण वाटिका आदि की जांच को लेकर उप विकास आयुक्त द्वारा सभी 25 महिला पर्यवेक्षिका एवं 5 सीडीपीओ को 30-30 आंगनबाड़ी केन्द्रों की जांच तीन दिनों में करने एवं रिपोर्ट समर्पित करने का निदेश दिया गया। उन्होने कहा कि कई आंगनबाड़ी केन्द्रों में स्थानीय स्तर पर कुछ न कुछ नवाचार जरूर हो रहा होगा उसे देखें। जर्जर केन्द्रों का भी रिपोर्ट मांगा गया।
जिले में कुपोषण उपचार केन्द्र में दी जा रही सुविधाओं को लेकर उप विकास आयुक्त ने संतुष्टि जाहिर करते हुए कहा कि वे खुद भी इन उपचार केन्द्रों का निरीक्षण करेंगे। सौ फीसदी बेड ऑक्यूपेंसी बनाये रखने तथा उपचार के बाद घर लौटने वाले बच्चों का ट्रैकिंग प्रोफाइल बनाने के निर्देश दिए। वन स्टॉप सेंटर, मानव तस्करी को लेकर प्राप्त शिकायतों में कार्रवाई, महिला हेल्पलाइन नंबर 181 की भी समीक्षा कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए।
बैठक में जिला समाज कल्याण पदाधिकारी श्रीमती नेहा संजना खलखो, सीडीपीओ व महिला पर्यवेक्षिकायें मौजूद रहीं।