कोरोना महामारी जिससे पूरा विश्व लड़ रहा है , भारत इस जंग में जीत की ओर एक कदम आगे है। वर्ष 2021, 16 जनवरी दिन शनिवार को सुबह 10:30 बजे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये टीकाकरण के पहले चरण का उद्घाटन करेंगे। यह अभियान देश के सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में एक साथ आरंम्भ होगा। इसे लेकर सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। पहले चरण में देश के तीन करोड़ स्वास्थ्यकर्मियों को यह टीका लगाया जाएगा।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने शुक्रवार को देश में टीकाकरण की तैयारियों की जानकारी ली। टीकाकरण के लिए स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से एक ऑनलाइन प्लेटफॉर्म को-विन को लांच किया गया है।
जानकारी के मुताबिक देश में दो टीकों के आपात इस्तेमाल को मंजूरी मिली है। जिसमें सीरम इंस्टीट्यूट की कोविशील्ड और भारत बायोटेक की कोवैक्सीन शामिल हैं। कोवैक्सीन जो पूरी तरह से स्वदेशी वैक्सीन है। वहीं कोविशील्ड को ऑक्सफोर्ड एस्ट्राजेनेका ने विकसित किया है और जिसे भारत में सीरम इंस्टीट्यूट के साथ मिल कर बनाया गया है। दोनों टीके पूरी तरह से सुरक्षित है।
इस टीकाकरण के लिए कुछ निर्देश भी जारी किए गए हैं। इन दिशानिर्देशों के मुताबिक, लोकसभा और विधानसभा चुनावों की नवीनतम मतदाता सूची का प्रयोग कर 50 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों का पता लगाया जायेगा ताकि टीकाकरण में उन्हें प्राथमिकता दिया जा सकें। टीकाकरण हेतु एक पहचान पत्र होना अनिवार्य किया गया है जिससे की लाभार्थियों की पहचान की जा सके।
सबसे पहले करीब एक करोड़ स्वास्थ्यकर्मियों और दो करोड़ सरकारी कर्मचारियों को टीका लगाया जाएगा। फिर 50 से अधिक उम्र और उन लोगों की बारी आएगी जो पहले से ही किसी दूसरी बीमारियों से जूझ रहे हैं।
शरारती तत्वों द्वारा टीकाकरण पर भ्रम फैलाया जा रहा है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने कहा है कि कोरोना का टीका लेने के बाद आए हल्के बुखार को कोरोना का लक्षण नहीं समझना चाहिए।