World Health Day: 1948 में विश्व स्वास्थ्य संगठन की स्थापना के उपलक्ष्य में हर साल 7 अप्रैल को विश्व स्वास्थ्य दिवस के रूप में मनाया जाता है। हर साल आयोजित होने वाला यह वैश्विक कार्यक्रम दुनिया भर में लोगों को प्रभावित करने वाली विशिष्ट सार्वजनिक स्वास्थ्य समस्याओं के बारे में जागरूकता बढ़ाने के महत्वपूर्ण उद्देश्य को पूरा करता है। यह जनसमूह को शिक्षित करने, सामूहिक कार्रवाई शुरू करने और सभी के लिए स्वास्थ्य के महत्व को बढ़ावा देने पर ध्यान केंद्रित करने का दिन है। दुनिया भर के स्वास्थ्य सेवा संस्थान सरकार की स्वास्थ्य सेवा वितरण प्रणाली के साथ इस महत्वपूर्ण दिन में सक्रिय रूप से भाग लेते हैं। इस वर्ष यह 76वीं वर्षगांठ है।
इस वर्ष (2024) विश्व स्वास्थ्य दिवस की थीम “मेरा स्वास्थ्य, मेरा अधिकार” है – यह विषय मौलिक मानव अधिकार – गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य देखभाल तक पहुंच – को प्रदर्शित करने के लिए बनाया गया है ताकि इस बात पर जोर दिया जा सके कि हर किसी को, हर जगह स्वस्थ जीवन जीने का अवसर मिले।
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वैश्विक महत्व:
यह आयोजन दुनिया भर में लोगों को प्रभावित करने वाली विशिष्ट सार्वजनिक स्वास्थ्य चिंताओं के बारे में जागरूकता बढ़ाने का कार्य करता है। जबकि उपचारात्मक स्वास्थ्य में शामिल स्वास्थ्यसेवा संस्थान भी इस महत्वपूर्ण दिन में भाग लेते हैं, यह समझना महत्वपूर्ण है कि सामाजिक या सामुदायिक स्वास्थ्य सेवा सिर्फ आंतरिक रूप से बीमारी और उसके उपचार से संबंधित नहीं है, बल्कि समाज के स्वास्थ्य का मौलिक आधार सेहत के निवारक और प्रचारात्मक पहलुओं पर अधिक निर्भर है।
ग्रामीण समुदाय और शहरी झुग्गी बस्तियों के विस्तृत अध्ययन से पता चलता है कि समाज के इस वर्ग के सर्वांगीण विकास में सबसे बड़ी बाधा स्वस्थ जीवन के विभिन्न पहलुओं तक पहुंच का न होना है, जिसकी जड़ें ऐसे क्षेत्रों में प्रचलित साक्षरता और वित्तीय स्तर से नीचे हैं। भारत में, अन्य जगहों की तरह, विश्व स्वास्थ्य दिवस निवारक और स्वास्थ्य को बढ़ावा देने पर ध्यान केंद्रित करके हमें इन क्षेत्रों में शामिल होने में मदद करता है।
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भारत में विश्व स्वास्थ्य दिवस का महत्व:
भारतीय स्वास्थ्य सेवा परिदृश्य बड़े पैमाने पर विरोधाभास का एक जटिल मिश्रण है, जिसका मुख्य कारण एक तरफ जनसांख्यिकीय लाभ के साथ युवा आबादी का होना तो वहीं दूसरी तरफ विकसित और आर्थिक रूप से मजबूत होना है। इस विरोधाभास के कारण, एक बड़ी आबादी ऐसी है जिनकी पहुँच अभी तक किफायती स्वास्थ्य सेवा तक नहीं हो पाई है, चाहे वह उपचारात्मक, निवारक या प्रोत्साहनात्मक हो और इस प्रकार वे स्वस्थ जीवन के प्रमुख निर्धारक कारकों से अनजान है।
विश्व स्वास्थ्य दिवस के माध्यम से संबोधित की जा रही कुछ महत्वपूर्ण सामाजिक स्वास्थ्य चिंताओं का संक्षिप्त विवरण इस प्रकार है:
- संक्रामक रोग: एचआईवी/एड्स, तपेदिक, हेपेटाइटिस, डेंगू और मलेरिया जैसी कुछ बहुत ही सामान्य और अत्यधिक संक्रामक बीमारियों की रोकथाम और उपचार पर प्रकाश डालना डब्ल्यूएचओ के प्रमुख कार्य क्षेत्रों में से एक है।
- गैर-संचारी रोग: हृदय रोग, कैंसर, मधुमेह और श्वसन संबंधी बीमारी जैसी ख़ामोशी से जान लेनेवाली बीमारियों के बारे में जागरूकता बढ़ाना एक और मील का पत्थर है। इन पुरानी बीमारियों को अस्पताल के माहौल में नहीं बल्कि स्वस्थ जीवन शैली, वर्कआउट, व्यायाम और स्वस्थ भोजन को बढ़ावा देने के माध्यम से समाज में संबोधित किया जा सकता है – जिसे “स्वास्थ्य कल्याण” की मूलभूत अवधारणा द्वारा उपयुक्त रूप से शामिल किया गया है।
- मानसिक स्वास्थ्य: मानसिक स्वास्थ्य के मुद्दे पर हमारी जागरूकता बढ़ाना, आधुनिक समाज द्वारा थोपे गए मानसिक तनाव को कम करना, मिथ्या और लिंग भेदभाव को कम करना और सभी के लिए मानसिक स्वास्थ्य सेवाएं और सहायता सुलभ कराना, विश्व स्वास्थ्य दिवस के माध्यम से हस्तक्षेप का एक प्रमुख क्षेत्र है।
- प्रजनन बाल स्वास्थ्य: दशकों पहले मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य कार्यक्रम के रूप में शुरू किया गया, यह कार्यक्रम अभी भी हमारे लिए फोकस करने योग्य क्षेत्र है। प्रजनन आयु वर्ग की सभी महिलाओं को स्वास्थ्य सेवा प्रदान करके बेहतर मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य की हिमायत करना, प्रसव पूर्व देखभाल, सुरक्षित संस्थागत प्रसव, टीकाकरण और पोषण तक पहुंच उपलब्ध कराना, सामुदायिक स्वास्थ्य के साझेदार के रूप में हमारे लिए कुछ प्रमुख चीजें हैं।
- पर्यावरणीय स्वास्थ्य: आज की दुनिया में पर्यावरण की भूमिका बहुत ही महत्वपूर्ण है, ऐसे में वायु और जल जनित रोग, प्रदूषण से संबंधित सांस की बीमारियां, पेशागत स्वास्थ्य और जलवायु परिवर्तन जैसे पर्यावरणीय स्वास्थ्य से जुड़े प्रमुख मुद्दें ध्यान केंद्रित करने योग्य उभरते हुए क्षेत्र हैं।
इस वर्ष की थीम का महत्व – “मेरा स्वास्थ्य, मेरा अधिकार”:
इसका महत्व 2021 और 2022 में डब्ल्यूएचओ और अन्य सामुदायिक स्वास्थ्य विशेषज्ञों द्वारा सामने रखी गई गंभीर धारणाओं में निहित है, जिसमें कहा गया है कि दुनिया की आधी से अधिक आबादी के पास किफायती एवं आवश्यक स्वास्थ्य सेवाओं तक पहुंच नहीं है। इस वास्तविकता ने सभी विश्व नागरिकों को स्वास्थ्य और स्वस्थ जीवन तक पहुंच प्रदान करने पर हमारे ध्यान को नवीनीकृत करने की आवश्यकता को सामने ला दिया है।
प्रत्येक नागरिक के स्वास्थ्य का अधिकार – जिसे “मेरा स्वास्थ्य, मेरा अधिकार” के रूप में टैग किया गया है, में प्रमुख मुख्य बिंदु शामिल हैं:
- यूनिवर्सल हेल्थ कवरेज: किफायती स्वास्थ्य देखभाल की एक प्रणाली बनायें ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि चिकित्सा देखभाल की आवश्यकता वाले प्रत्येक व्यक्ति की इस सुविधाओं तक पहुँच हो, जहां भी इसकी आवश्यकता हो। यह केवल स्वास्थ्य से जुड़े सामाजिक निर्धारकों को संबोधित करने और स्वास्थ्य समानता की वकालत करने वाली स्थायी नीति को लागू करने के माध्यम से ही संभव हो सकता है।
- गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवा: हर किसी की न केवल “उपलब्ध” स्वास्थ्य सेवा तक पहुंच होनी चाहिए, बल्कि जीवन में उनकी सामाजिक-आर्थिक, जनसांख्यिकी-आधारित स्थिति के बावजूद, प्रभावी, सुरक्षित, किफायती और सांस्कृतिक रूप से उपयुक्त स्वास्थ्य सेवा तक पहुंच होनी चाहिए।
- लोगों को सशक्त बनाना: हमें उचित स्वास्थ्य देखभाल प्रणाली तक पहुंच के माध्यम से स्वस्थ जीवन के लिए सर्वोत्तम दृष्टिकोण तय करने के लिए लोगों को सशक्त बनाने की आवश्यकता है। इसके लिए सामुदायिक स्वास्थ्य की तीनों शाखाओं का ज्ञान साझा करना और कैफेटेरिया विकल्प उपलब्ध कराया जाना चाहिए।
- न्यायसंगत स्वास्थ्य देखभाल प्रणाली का निर्माण: सभी समुदायों में सस्टेनेबल, किफायती स्वास्थ्य देखभाल प्रणाली स्थापित करने की आवश्यकता है जो विश्व निकायों द्वारा प्रभावी नीतियों और रणनीतियों को प्रभाव में लाने और सभी देशों के बीच संसाधन साझा करने के माध्यम से ही संभव हो सकता है। सरकार और गैर सरकारी संगठनों को इस सपने को साकार करने के लिए सामाजिक संगठनों के साथ मिलकर काम करना चाहिए।
निष्कर्ष:
हमारे लिए विश्व स्वास्थ्य दिवस को केवल “एक दिवसीय कार्यक्रम” के रूप में सूचीबद्ध नहीं किया जाना चाहिए – इसे उन सभी को कार्रवाई करने के लिए आह्वान करना चाहिए जिनके पास वैश्विक स्वास्थ्य में सुधार की दिशा में में सक्रिय भूमिका निभाने के लिए शिक्षा, ज्ञान और साधन हैं। आइए – हम सभी इस दिन यह शपथ लें कि हम ऐसी सभी गतिविधियों में सक्रिय रूप से भाग लेंगे जो एक स्वस्थ जीवन और दुनिया में योगदान देंगे, जिससे समुदाय के प्रति हमारी प्रतिबद्धता मजबूत होगी और हम खुद को स्वास्थ्य के लिए चेंज मैनेजमेंट के रूप में स्थापित कर सकेंगे।