झारखंड
विश्व रक्तदाता दिवस 2025, रक्तदाताओं को हृदय से धन्यवाद : रबिन्द्र गिलुवा

चक्रधरपुर (जय कुमार): आज, 14 जून 2025 को, हम विश्व रक्तदाता दिवस मना रहे हैं—एक ऐसा दिन जो उन निस्वार्थ रक्तदाताओं को समर्पित है, जिनके दान से लाखों लोगों की जिंदगी बचती है।
मैं, रबिन्द्र गिलुवा, Donate Blood Be A Hero के संस्थापक, आप सभी रक्तदाताओं को हृदय से धन्यवाद देता हूँ! आपका एक छोटा सा प्रयास किसी के लिए जीवन की नई उम्मीद बन जाता है।
रक्तदाताओं की भूमिका और उनकी सेवा
रक्तदान केवल एक चिकित्सा प्रक्रिया नहीं, बल्कि मानवता की सेवा का प्रतीक है। चाहे वह दुर्घटना में घायल व्यक्ति हो, सर्जरी से गुजर रहा मरीज हो, या थैलेसीमिया और कैंसर जैसे रोगों से जूझ रहा कोई बच्चा, आपका दान उनकी जिंदगी को बचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, रक्तदान न केवल आपातकालीन स्थितियों में जीवन बचाता है, बल्कि कई गंभीर बीमारियों से लड़ने में भी मदद करता है।
विश्व में रक्तदाताओं की संख्या
विश्व स्वास्थ्य संगठन की एक रिपोर्ट के अनुसार, दुनिया भर में हर साल लगभग 118.54 मिलियन रक्तदान एकत्र किए जाते हैं। इनमें से करीब 40% उच्च आय वाले देशों में एकत्र होते हैं, जहां विश्व की केवल 16% आबादी रहती है। 169 देशों में लगभग 13,300 रक्तदान केंद्र कुल 106 मिलियन दान एकत्र करने की रिपोर्ट करते हैं। यह आंकड़ा उन अनगिनत रक्तदाताओं की कहानी बयान करता है, जो बिना किसी स्वार्थ के अपनी सेवा दे रहे हैं।
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भारत में रक्तदान की स्थिति
भारत में हर साल लगभग 1.46 करोड़ यूनिट रक्त की आवश्यकता होती है, लेकिन आपूर्ति केवल 1.3 करोड़ यूनिट के आसपास रहती है, जिसके कारण प्रतिवर्ष लगभग 10 लाख यूनिट की कमी रहती है। 2022 में, भारत में 402 मिलियन लोग रक्तदान के लिए योग्य थे, लेकिन आपूर्ति केवल 33.8 दान प्रति 1000 लोगों की थी, जबकि मांग 36.3 दान प्रति 1000 लोगों की थी।
इस कमी का सबसे अधिक प्रभाव ग्रामीण और अर्ध-शहरी क्षेत्रों में पड़ता है, खासकर प्रसव के दौरान जटिलताओं का सामना कर रही महिलाओं और दुर्घटना पीड़ितों पर। 2016-17 में, भारत ने 1.11 करोड़ यूनिट रक्त एकत्र किया, जो WHO के मानकों के अनुसार 1.3 करोड़ यूनिट के लक्ष्य का 85% था। कुछ राज्य जैसे महाराष्ट्र, पंजाब और केरल रक्तदान में अग्रणी हैं, जबकि बिहार और उत्तर प्रदेश जैसे राज्यों में कमी अधिक है।
रक्तदाताओं के लिए शुभकामनाएं
हम सभी रक्तदाताओं को उनके इस महान कार्य के लिए नमन करते हैं। आप सभी स्वस्थ रहें, सुखी रहें और हमेशा इसी तरह निस्वार्थ भाव से मानवता की सेवा करते रहें। आपका एक दान तीन से चार लोगों की जान बचा सकता है, क्योंकि दान किया गया रक्त लाल रक्त कोशिकाओं, प्लाज्मा और प्लेटलेट्स में विभाजित होकर कई मरीजों तक पहुंचता है।
आइए, प्रेरित करें और प्रेरित हों!
इस विश्व रक्तदाता दिवस पर, हम न केवल रक्तदाताओं का आभार व्यक्त करते हैं, बल्कि सभी से अपील करते हैं कि वे इस नेक कार्य में हिस्सा लें। यदि आप स्वस्थ हैं और रक्तदान के लिए योग्य हैं, तो नजदीकी रक्तदान केंद्र में जाकर इस पुण्य कार्य का हिस्सा बनें। भारत में रक्तदान की कमी को पूरा करने के लिए स्वैच्छिक रक्तदान को बढ़ावा देना जरूरी है। आइए, मिलकर एक ऐसी दुनिया बनाएं जहां समय पर रक्त की कमी से कोई जिंदगी न जाए।
रक्त दो, जीवन साझा करो!
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नोट: रक्तदान से पहले और बाद में पर्याप्त पानी पिएं, पौष्टिक भोजन लें और चिकित्सक की सलाह का पालन करें।
यह संदेश रबिन्द्र गिलुवा, संस्थापक, Donate Blood Be A Hero की ओर से सभी रक्तदाताओं को समर्पित है, जो अनजाने में नायक बनकर जीवन बचाते हैं।