जमशेदपुर, 21 मार्च 2024: एनआईटी जमशेदपुर में डेवलपमेंट ऑफ नैनो रोबोट एंड देयर पोटेन्शियल एप्लीकेशन विषय पर सात दिवसीय कार्यशाला का कल समापन हुआ। इस कार्यक्रम का आयोजन विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग (डीएसटी), भारत सरकार द्वारा प्रायोजित किया गया था।
इस कार्यशाला का उद्देश्य नैनो रोबोट पर वैज्ञानिक ज्ञान और नवाचार को प्रोत्साहित करना था। कार्यशाला में देश के विभिन्न शहरों के संस्थानों से 30 फाइनल ईयर बी टेक, पीजी और डॉक्टरेट छात्र-छात्राओं ने भाग लिया। कार्यशाला के दौरान प्रतिभागियों को आईआईटी खड़गपुर के यांत्रिकी विभाग और भौतिकी विभाग में मौजूद नैनो लेब का भ्रमण भी कराया गया। प्रतिभागियों ने वहां नैनो रोबोट के कुछ नए मॉडल भी बनाए।
कार्यक्रम के समापन सत्र में मुख्य अतिथि के रूप में प्रोफेसर (निदेशक प्रभारी) आरएन मोहंती उपस्थित रहे। एनआईटी जमशेदपुर के डीन आरएंडसी प्रोफेसर एमके सिन्हा ने कार्यक्रम के आयोजकों की सराहना की और आगे भी ऐसे कार्यक्रम आयोजित करने की बात कही।
संस्थान के कुलसचिव (सेवानिवृत्त कर्नल) डॉ एनके राय ने संस्थान में चल रहे कार्यों पर प्रकाश डाला और शोध क्षेत्र में संस्थान को आगे बढ़ाने पर बल दिया। कार्यक्रम का आयोजन यांत्रिकी विभाग द्वारा किया गया था। मौके पर यांत्रिकी विभाग के विभागाध्यक्ष प्रोफेसर संजय ने उपस्थित प्रतिभागियों को विभाग में चल रहे शोध कार्यों की जानकारी दी।
आईआईटी खड़गपुर के प्रोफेसर सीएस कुमार ने भी कार्यशाला में भाग लिया और अपने लैब और वहां चल रहे शोध कार्यों पर प्रकाश डाला।
कार्यशाला का समापन राष्ट्रीय गान से हुआ।
कार्यशाला के महत्वपूर्ण बिंदु:
- विषय: डेवलपमेंट ऑफ नैनो रोबोट एंड देयर पोटेन्शियल एप्लीकेशन
- आयोजक: एनआईटी जमशेदपुर
- प्रायोजक: विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग (डीएसटी), भारत सरकार
- अवधि: 7 दिन
- प्रतिभागी: 30 फाइनल ईयर बी टेक, पीजी और डॉक्टरेट छात्र-छात्राएं
- मुख्य अतिथि: प्रोफेसर (निदेशक प्रभारी) आरएन मोहंती
- विशेष अतिथि: प्रोफेसर एमके सिन्हा, डीन आरएंडसी, एनआईटी जमशेदपुर; डॉ एनके राय, कुलसचिव, एनआईटी जमशेदपुर; प्रोफेसर संजय, विभागाध्यक्ष, यांत्रिकी विभाग, एनआईटी जमशेदपुर; प्रोफेसर सीएस कुमार, आईआईटी खड़गपुर
कार्यशाला का उद्देश्य:
- नैनो रोबोट पर वैज्ञानिक ज्ञान और नवाचार को प्रोत्साहित करना
- छात्रों को नैनो रोबोट के विभिन्न अनुप्रयोगों से अवगत कराना
- छात्रों को नैनो रोबोट के क्षेत्र में अनुसंधान करने के लिए प्रेरित करना
कार्यशाला के मुख्य आकर्षण:
- आईआईटी खड़गपुर के नैनो लेब का भ्रमण
- नैनो रोबोट के नए मॉडलों का निर्माण
- प्रख्यात वैज्ञानिकों द्वारा व्याख्यान
- प्रश्नोत्तर सत्र
- समूह चर्चा
कार्यशाला का लाभ:
इस कार्यशाला के कई लाभ थे, जिनमें शामिल हैं:
- ज्ञान और जागरूकता में वृद्धि: छात्रों ने नैनो रोबोट के बारे में विस्तृत जानकारी प्राप्त की, जिसमें उनके विभिन्न प्रकार, अनुप्रयोग और निर्माण शामिल हैं।
- नवाचार को प्रोत्साहन: कार्यशाला ने छात्रों को नैनो रोबोट के क्षेत्र में नवाचार करने के लिए प्रेरित किया।
- अनुसंधान के लिए प्रेरणा: कार्यशाला ने छात्रों को नैनो रोबोट के क्षेत्र में अनुसंधान करने के लिए प्रेरित किया।
- कौशल विकास: छात्रों ने नैनो रोबोट के डिजाइन और निर्माण के लिए आवश्यक कौशल विकसित किए।
- नेटवर्किंग: छात्रों ने भारत के विभिन्न IIT, IISc, NIT और अन्य प्रतिष्ठित संस्थानों के छात्रों और वैज्ञानिकों के साथ नेटवर्क बनाया।
कार्यशाला के कुछ विशिष्ट लाभ:
- आईआईटी खड़गपुर के नैनो लेब का भ्रमण: छात्रों को आईआईटी खड़गपुर के नैनो लेब का भ्रमण करने का अवसर मिला, जहां उन्होंने नैनो रोबोट के निर्माण और अनुप्रयोगों के बारे में प्रत्यक्ष अनुभव प्राप्त किया।
- नैनो रोबोट के नए मॉडलों का निर्माण: छात्रों ने नैनो रोबोट के नए मॉडल बनाए, जिससे उन्हें अपनी रचनात्मकता और समस्या को सुलझाने के कौशल का उपयोग करने का अवसर मिला।
- प्रख्यात वैज्ञानिकों द्वारा व्याख्यान: छात्रों ने प्रख्यात वैज्ञानिकों द्वारा व्याख्यान सुने, जिन्होंने उन्हें नैनो रोबोट के क्षेत्र में नवीनतम शोध और विकास के बारे में जानकारी दी।
- प्रश्नोत्तर सत्र: छात्रों को प्रख्यात वैज्ञानिकों से प्रश्न पूछने और उनके अनुभवों से सीखने का अवसर मिला।
- समूह चर्चा: छात्रों ने समूह चर्चाओं में भाग लिया, जिससे उन्हें नैनो रोबोट के विभिन्न पहलुओं पर अपने विचारों और विचारों को साझा करने का अवसर मिला।
कुल मिलाकर, यह कार्यशाला नैनो रोबोट के क्षेत्र में छात्रों की रुचि और ज्ञान को बढ़ाने में सफल रही।
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