जमशेदपुर, 22 मार्च 2024: जल दिवस के अवसर पर, बागबेड़ा महानगर विकास समिति के अध्यक्ष और जल आंदोलनकारी सुबोध झा ने जमशेदपुर में पानी की विकट स्थिति पर गहरा चिंता व्यक्त की है। 2005 से पानी के लिए लड़ाई लड़ रहे झा ने कहा कि बागबेड़ा हाउसिंग कॉलोनी, जलापूर्ति योजना, मतलाडीह जलापूर्ति योजना, बागबेड़ा एवं छोटा गोविंदपुर ग्रामीण जलापूर्ति योजना जैसी योजनाओं के बावजूद, जनता बूंद-बूंद पानी के लिए तरस रही है।
557 बार धरना, प्रदर्शन, घेराव, भूख हड़ताल, विधानसभा घेराव, राजपाल का घिराव, जमशेदपुर से रांची पदयात्रा कर विधानसभा का घेराव, जमशेदपुर से दिल्ली पदयात्रा, झारखंड हाई कोर्ट में जनहित याचिका दायर करने के बाद भी, जनता की समस्या का समाधान नहीं हुआ है।
बागबेड़ा, किताडीह, घाघीडीह परसुडीह क्षेत्र की 21 पंचायत के 112 गांव एवं रेलवे क्षेत्र की 33 बस्तियों में पानी की भारी किल्लत है। जल दिवस के इस अवसर पर, सुबोध झा ने सरकार से आग्रह किया है कि वह इस गंभीर समस्या का स्थायी समाधान ढूंढे।
उनके द्वारा सुझाए गए कुछ उपाय:
- जलापूर्ति योजनाओं का त्वरित क्रियान्वयन
- जलाशयों का निर्माण
- वर्षा जल संचयन को बढ़ावा देना
- पानी का दुरुपयोग रोकना
- लोगों को पानी बचाने के लिए जागरूक करना
उन्होंने कहा कि पानी जीवन का आधार है और इसे बचाना हम सबका दायित्व है।