नोवामुंडी (जय कुमार): पूर्व सांसद गीता कोड़ा ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मांग की है कि बंद पड़े खदानों को शीघ्र खोला जाए, जिससे पलायन और गरीबी को रोका जा सके। उन्होंने कहा कि यह एक बेहतर विकल्प है और हेमंत सरकार को चाहिए कि क्षेत्र के लोगों की भलाई के लिए इस दिशा में त्वरित कार्रवाई करें।
गीता कोड़ा ने “घंटा बजाओ, सरकार जगाओ” कार्यक्रम के तहत नोवामुंडी में पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा के साथ पदयात्रा की और टंकीसाई जामदा में जनसंपर्क अभियान चलाया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने विधानसभा चुनाव के पहले राज्य भर में जनता से कई वादे किए थे, जिनमें बेरोजगारों को 5 लाख नौकरी, 5 से 7 हजार रुपए भत्ता, गरीबों को अबुआ आवास देने और पलायन रोकने जैसे वादे शामिल थे। लेकिन आज तक इन वादों को पूरा नहीं किया गया है।
गीता कोड़ा ने आरोप लगाया कि हेमंत सरकार ने आदिवासी, दलित और जंगलों में रहने वाले लोगों को छलने का काम किया है। 2012-14 से लोह अयस्क खदानें राज्य सरकार की उदासीनता और गैर-जिम्मेदाराना नीतियों के कारण बंद पड़ी हैं, जिसके चलते स्थानीय आदिवासी और मूलवासी रोजगार के अभाव में पलायन करने पर मजबूर हैं।
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उन्होंने सवाल उठाया कि चुनाव के समय आदिवासियों का हितैषी बनने का ढोंग करने वाली झारखंड मुक्ति मोर्चा के मुखिया हेमंत सोरेन जनता से किए वादों को क्यों नहीं पूरा कर रहे हैं।
“घंटा बजाओ, सरकार जगाओ” कार्यक्रम के तहत पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा ने भी झारखंड सरकार से बंद खदानों को पुनः चालू करने की मांग की।
वहीं, भाजपा पार्टी के बैनर तले पार्टी के कार्यकर्ता, पदाधिकारी और समर्थकों ने जामदा में जनसंपर्क अभियान और नोवामुंडी में पदयात्रा का आयोजन किया, जिसमें पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा और पूर्व सांसद गीता कोड़ा के नेतृत्व में लोगों को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक किया गया।
नोवामुंडी पदयात्रा और टंकीसाई जामदा जनसंपर्क कार्यक्रम में मुख्य रूप से शम्भु हाजरा, प्रफुल्ल महाकुड, सुकेश सिंह, नसीब खान, मोनू साव, प्रदीप गोप, बिट्टू सामड मुंडा, कृष्णा दास, आकाश खण्डाईत, सचिन बेहरा, टिंकु निषाद, डबलू वर्मा, चुन्नू खण्डाईत, लडकु महाराणा, तुरी कुंकल सहित कई ग्रामीणों की उपस्थिति रही।