जमशेदपुर : प्रधानमंत्री आवास योजना शहरी के घटक 03 अंतर्गत बिरसानगर में बन रहे 9592 आवास योजना के लिए बैंक ऋण करने हेतु जमशेदपुर अक्षेस के उप नगर आयुक्त श्री कृष्ण कुमार की अध्यक्षता उनके कक्ष में बैठक की गई।बैठक में सर्वप्रथम उप नगर आयुक्त द्वारा प्रधानमंत्री आवास योजना के मार्गदर्शिका SOP को बताया गया | SOP के अनुरूप EWS कमजोर आय वर्गों को 30 स्क्वायर मीटर का आवास दिया जा रहा है। G+8 बहुमंजिली इमारत में सभी बुनियादी सुविधाओं के साथ दी जानी है ।
जिसमें लाभुकों का वार्षिक आय 3 लाख या उससे कम होता है। बिरसानगर किफायती आवास परियोजना में आवास की कीमत 6.81 लाख रुपए है ।जिसमें केंद्र द्वारा 1.5 एवं राज्य सरकार द्वारा 1 लाख रुपए यानी कुल 2.5 लाख अंशदान दी जाती है। लाभुक द्वारा अंशदान की राशि मात्र 4.31 लाख रुपए ही है ,जो कि जमशेदपुर जैसे विकासशील शहर में बहुत ही कम दर पर यानी किफायती दर पर आवास दी जा रही है।
चूँकि इस योजना के लाभुक काम आय वाले होते हैं। उनको उनकी दिनचर्या के खर्चों के बाद घर का किराया भी देना पड़ता है, जो इस महंगाई के कारण उनकी आर्थिक स्थिति पर प्रभाव पड़ता है। जिस कारण लाभुकों का अंशदान देने में काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। इसे मद्देनजर जमशेदपुर NAC के उप नगर आयुक्त ने गृह ऋण करने हेतु जमशेदपुर के विभिन्न बैंकों की समीक्षा की जिसमें केनरा बैंक के चीफ मैनेजर श्री प्रदीप गोयल ,एचडीएफसी बैंक के सेल्स मैनेजर श्री किशोर कुणाल, आइसीआइसीआइ बैंक के रीजनल हेड श्री अभिषेक कुमार, यूनियन बैंक ऑफ़ इंडिया के सीनियर मैनेजर अजय कुमार गुप्ता तथा केनरा बैंक टोयला डूंगरी साक्षी के सीनियर मैनेजर श्री आशुतोष उपाध्याय उपस्थित हुए।
बिरसानगर योजना के प्रायोरिटी ब्लॉक 3,4,8,23,24 में निर्माण कार्य बहुत तीव्रता से चल रहा है। सितंबर 2024 तक ब्लॉक 8 एवं 23 में कुल 644 आवास पूर्ण होने का लक्ष्य रखा गया है । लाभुको के अंशदान की पूर्ण राशि देने के बाद ही नए आवास की चाबी देने का प्रावधान है। जरूरतमंद लाभुकों को जल्द से जल्द पूर्ण आवास की आवश्यकता है। परंतु लाभको की आर्थिक स्तिथि ठीक नही होने के कारण लाभुको द्वारा फ्लैट की पूर्ण राशि (लाभुक अंशदान) देने में असमर्थता जताई जा रही है ।इस कारण उप नगर आयुक्त द्वारा बैठक में बैंक मैनेजर को गृह ऋण करने के लिए जल्द से जल्द कहा गया। PMAY CLTC सेल के श्री रितेश राज एवं श्री अंकेश अखौरी द्वारा ऋण की रिपोर्ट स्थिति उप नगर आयुक्त को दी गई ,जो निम्न है-
गृह ऋण हेतु केनरा बैंक बिस्टुपुर में कुल 406 संचिकाएँ भेजी गई थी जिसमें मात्र 24 को गृह ऋण की स्वीकृति दी गई है । केनरा बैंक साक्षी में 14 संचिकाएं ,एचडीएफसी बैंक बिस्टुपुर में 114 , यूनियन बैंक ऑफ़ इंडिया बिष्टुपुर में कुल 95 संचिका है, तथा सेंट्रल बैंक आफ इंडिया बिष्टुपुर में कुल 42 तथा आइसीआइसीआइ बैंक बिस्टुपुर में कुल 45 संचिकाएं गृह ऋण हेतु भेजी गई थी ।परंतु अब तक उपरोक्त बैंकों द्वारा गृह ऋण की स्वीकृति नहीं दी गई है।
रिपोर्ट को देखकर उपनगर के द्वारा सभी बैंक मैनेजर को कड़ा निर्देश देते हुए उनको जल्द से जल्द गृह करने को कहा गया। केनरा बैंक के चीफ मैनेजर को एक महीने के अंदर सभी 406 संचिकाओं को गृह ऋण करने का आदेश दिया गया है। उपनगर आयुक्त द्वारा एचडीएफसी बैंक बिस्टुपुर, यूनियन बैंक ऑफ़ इंडिया बिष्टुपुर तथा आइसीआइसीआइ बैंक बिस्टुपुर को कड़ा निर्देश दिया गया कि एक सप्ताह के अंदर गृह ऋण करने की कार्रवाई करें अन्यथा निदेशालय तथा स्टेट लेवल बैंक के उच्च पदाधिकारी को पत्राचार किया जाएगा।
बैठक में नगरीय प्रशासन निदेशालय से आए SLTC विशेषज्ञ श्री मुकेश कुमार झा , CMM श्री अनिकेत रंजन , CLTC श्री रितेश राज MIS विशेषज्ञ, श्री अंकेश अखौरी MF&AS विशेषज्ञ एवं टाउन प्लानर श्री आलोक नारायण उपस्थित हुए।