जमशेदपुर : 23 मार्च शहीद दिवस के अवसर पर, छत्रपति शिवाजी सेना के अध्यक्ष मनीष कुमार प्रसाद ने भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव को याद करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि दी। उन्होंने कहा कि ये तीनों भारत के वे सच्चे सपूत थे जिन्होंने अपनी देशभक्ति और देशप्रेम को अपने प्राणों से भी अधिक महत्व दिया और मातृभूमि के लिए प्राण न्यौछावर कर गए।
शहीद दिवस उन तीन वीर सपूतों का स्मरण दिवस है जिन्होंने देश के लिए लड़ते हुए हंसते-हंसते अपने प्राणों की आहुति दे दी। यह दिवस न केवल देश के प्रति सम्मान और हिंदुस्तानी होने का गौरव का अनुभव कराता है, बल्कि वीर सपूतों के बलिदान को भीगे मन से श्रद्धांजलि देता है।
प्रसाद ने कहा कि आम मनुष्य के लिए उन अमर क्रांतिकारियों के बारे में वैचारिक टिप्पणी करना व्यर्थ है। उनके उज्ज्वल चरित्रों को बस याद किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि इन तीनों अमर बलिदानीयों ने अपने अति संक्षिप्त जीवन में वैचारिक क्रांति की जो मशाल जलाई, उसके बाद अब किसी के लिए संभव नहीं होगा। उन्होंने कहा कि हमें उनकी कुर्बानियों को नमन करना चाहिए।
इस अवसर पर, प्रसाद ने युवाओं से देश के प्रति समर्पित रहने और राष्ट्रहित के लिए कार्य करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि शहीदों के बलिदान को व्यर्थ नहीं जाने देना चाहिए।
यह भी ध्यान देने योग्य है कि शहीद दिवस के अवसर पर देशभर में विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। यह दिवस हमें उन वीर सपूतों की याद दिलाता है जिन्होंने देश के लिए अपना सर्वस्व न्योछावर कर दिया।
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