Connect with us

झारखंड

टाटा स्टील जूलॉजिकल पार्क के नए बाघों को मिले नाम: ‘रुद्र’ और ‘मेघना’

Published

on

THE NEWS FRAME

जमशेदपुर : जमशेदपुर के टाटा स्टील जूलॉजिकल पार्क (टीएसजेडपी) में हाल ही में नागपुर से लाए गए बाघ और बाघिन के जोड़े को आखिरकार उनके नाम मिल गए हैं। नागरिकों की जबरदस्त भागीदारी और उत्साह के बाद, नर बाघ का नाम “रुद्र” और मादा बाघिन का नाम “मेघना” रखा गया है।

इस नामकरण अभियान की शुरुआत 21 मार्च 2025 को की गई थी, जब टीएसजेडपी ने शहरवासियों से इन दोनों शेरदिल मेहमानों के लिए नाम सुझाने की अपील की थी। इस पहल को लेकर नागरिकों में खासा उत्साह देखने को मिला। व्हाट्सएप और एसएमएस के जरिए कुल 318 अलग-अलग नाम सुझाए गए।

टीएसजेडपी द्वारा गठित एक चयन समिति ने सभी प्रविष्टियों की समीक्षा करते हुए नामों की लोकप्रियता, अर्थ और बाघों के स्वभाव के अनुरूप उपयुक्तता को ध्यान में रखते हुए अंतिम निर्णय लिया। अंततः चयन हुआ साहिल शर्मा द्वारा सुझाए गए नामों का।

दिलचस्प तथ्य यह भी रहा कि “रुद्र” नाम को 10 अन्य प्रतिभागियों ने भी भेजा था, जिससे इसकी लोकप्रियता स्पष्ट होती है।

Read more : मातृ स्वास्थ्य के बिना अधूरी है “स्वस्थ शुरुआत”: डॉ. अलोकानंदा रे

विजेताओं को मिलेगा सम्मान

साहिल शर्मा को बाघों के साथ क्लोज-अप फोटो खिंचवाने का विशेष अवसर मिलेगा, वहीं “रुद्र” नाम सुझाने वाले अन्य 10 प्रतिभागियों को भी 21 अप्रैल को होने वाले बाघों के नए बाड़े के उद्घाटन समारोह में आमंत्रित किया गया है।

इस आयोजन में टाटा स्टील के कॉरपोरेट सर्विसेज के वाइस प्रेसिडेंट और टाटा स्टील जूलॉजिकल सोसाइटी के अध्यक्ष श्री चाणक्य चौधरी मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहेंगे। कार्यक्रम का आयोजन शाम 4:00 बजे होगा।

सभी चयनित प्रतिभागियों को उनकी सहभागिता के सम्मानस्वरूप स्मृति-चिह्न भी भेंट किए जाएंगे।

एक जन-भागीदारी की मिसाल

टीएसजेडपी की इस पहल को शहरवासियों से शानदार समर्थन मिला, जिसने यह दिखा दिया कि जमशेदपुर न केवल औद्योगिक रूप से अग्रणी है, बल्कि वन्यजीव संरक्षण और नागरिक भागीदारी में भी एक मिसाल कायम कर रहा है।

Continue Reading
Click to comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *