मुंबई: टाटा स्टील ने आज टुमॉरोलैब के तीसरे संस्करण के विजेताओं की घोषणा की। यह एक अनूठी व्यावसायिक प्रतियोगिता है जिसे भारत के भविष्य के लिए टाटा स्टील के कर्मचारियों और छात्र समुदाय के बीच उद्यमिता डीएनए को बढ़ावा देने के लिए डिज़ाइन किया गया है। तीन महीने तक चलने वाली इस प्रतियोगिता में बिजनेस और टेक्नोलॉजी स्कूल के छात्रों और टाटा स्टील के कर्मचारियों के लिए दो अलग-अलग ट्रैक शामिल थे। इसका समापन 8 मार्च, 2024 को एक रोमांचक वर्चुअल ग्रैंड फिनाले के साथ हुआ।
विजेता:
- स्टूडेंट ट्रैक: IIT खड़गपुर की टीम “इन्विक्टस”
- एम्प्लॉयी ट्रैक: नेस्ट-इन की टीम “जूली केबिन्स”
पुरस्कार:
- स्टूडेंट ट्रैक: ₹1 लाख का नकद पुरस्कार
- एम्प्लॉयी ट्रैक: ₹60,000 का नकद पुरस्कार
जूरी:
- आशीष अनुपम, वाईस प्रेसिडेंट, लॉन्ग प्रोडक्ट्स
- डॉ देबाशीष भट्टाचार्जी, वाईस प्रेसिडेंट, टेक्नोलॉजी एंड रिसर्च एंड डेवलपमेंट
- चाणक्य चौधरी, वाईस प्रेसिडेंट, कॉर्पोरेट सर्विसेज
- पीयूष गुप्ता, वाईस प्रेसिडेंट, टीक्यूएम, ग्रुप स्ट्रेटेजिक प्रोक्योरमेंट एंड सप्लाई चेन
प्रतिभागिता:
- कुल प्रतिभागी: ~25,000
- टाटा स्टील के कर्मचारी: 155
विषय:
- इंफ्रास्ट्रक्चर और निर्माण
- ऊर्जा और पर्यावरण
- ग्रामीण भारत
राउंड:
- राउंड 1: ऑनलाइन आवेदन
- राउंड 2: प्री-फिनाले (25 टीमों को शॉर्टलिस्ट किया गया)
- राउंड 3: ग्रैंड फिनाले (6 टीमों ने भाग लिया)
उद्देश्य:
- टाटा स्टील के नवाचार पर जोर देना
- भविष्य के भारतीय बाजार की मांगों को पूरा करने के लिए उद्यमिता डीएनए का निर्माण करना
- टाटा स्टील की समग्र स्थिति और आईडिया पाइपलाइन को मजबूत करना
- नवाचारों के लिए नए द्वार खोलना
अन्य जानकारी:
- टाटा स्टील इनोवेंट टीम ने प्रतिभागियों को मार्गदर्शन दिया।
- ग्रैंड फिनाले में 6 टीमों ने अपने विचारों को जूरी के सामने प्रस्तुत किया।
यह प्रतियोगिता टाटा स्टील की भारत के भविष्य को मजबूत बनाने और नवाचार को बढ़ावा देने की प्रतिबद्धता को दर्शाती है।
यह भी पढ़ें : इंडियन मेडिकल एसोसिएशन द्वारा लगाए गए आरोप पर विधायक सरयू राय ने विधान सभा अध्यक्ष को लिखा पत्र।