जमशेदपुर: दिनांक 2 मार्च, 2024 को सिंहभूम चैम्बर में राज्यपाल ने व्यवसायियों, उद्यमियों को किया संबोधित। इस सम्बोधन में मुख्य विषय था –
▪ सिंहभूम चैम्बर कोल्हान के व्यापार और उद्योग के लिए प्रेरणादायक
▪ जमशेदपुर के विकास के लिए एयरपोर्ट जरूरी
बता दें, सिंहभूम चैम्बर में झारखण्ड के राज्यपाल महामहिम सी.पी. राधाकृष्णन पधारकर चैम्बर सदस्यों, व्यापारियों एवं उद्यमियों को राज्य में व्यवसायिक एवं औद्योगिक एवं अन्य जन मुद्दों पर अपना व्याख्यान दिया। यह जानकारी मानद महासचिव मानव केडिया ने दी। इस अवसर पर मंच संचालन करते हुये महासचिव ने कार्यक्रम की शुरूआत की तथा सचिव सुरेश शर्मा लिपु एवं सचिव भरत मकानी ने उन्हें शाॅल ओढ़ाकर उनका स्वागत किया।
इस अवसर पर अध्यक्ष विजय आनंद मूनका ने महामहिम राज्यपाल का स्वागत करते हुये उनका झारखण्ड के राज्यपाल के रूप में एक वर्ष सफलतापूर्वक पूरा करने पर बधाई दिया। इस अवसर पर अध्यक्ष ने कहा कि झारखण्ड राज्य खनिज संपदा और प्राकृतिक सुंदरता से परिपूर्ण राज्य है और यहां हर क्षेत्र में विकास की पर्याप्त संभावनायें है। लेकिन एक अलग राज्य के रूप में 23 वर्ष हो जाने के बाद भी वैसा विकास नहीं हो पाया है जैसा यहां के लोगों ने उम्मीद की थी। व्यवसायी राज्य और राष्ट्र के विकास में टैक्स के माध्यम से और समाज में आपदा के समय अपनी भागीदारी निभाने से पीछे नहीं रहता है। उन्होंने जमशेदपुर के धालभूमगढ़ में पिछले 6-7 सालों से हवाई अड्डे का शिलान्यास होने को बावजूद उसके निर्माण में कोई प्रगति नहीं होने का मुद्दा उठाया। इसके अलावे राज्य में उच्च कोटि की स्वास्थ्य सुविधा, उच्च शिक्षण संस्थानों की कमी, पर्यटन, शहर विकास, झारखण्ड राज्य का औद्योगिक विकास में पिछड़ेपन का मुद्दा भी राज्यपाल के समक्ष बैठक में रखा।
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महामहिम राज्यपाल ने सदस्यों को संबोधित करने के दौरान कहा कि सिंहभूम चैम्बर ऑफ काॅमर्स कोल्हान के साथ ही राज्य की एक सशक्त चैम्बर ऑफ काॅमर्स है जिससे राजभवन, सरकार को समय-समय पर राज्य के विकास हेतु सुझाव दिये जाते हैं। यह एक अच्छी परंपरा है। चैम्बर को देश के अन्य बड़े-बड़े चैम्बरों के साथ तालमेल बनाकर कैसे व्यवसायिक और औद्योगिक विकास कोल्हान ही नहीं पूरे राज्य में हो इसपर काम करना चाहिए। राज्य में स्टील की बड़ी-बड़ी कंपनिया हैं परंतु और कोई भी क्षेत्र में अधिक विकास नहीं हो पाया है। अन्य उत्पादों को बढ़ावा देने के लिये एम.एस.एम.ई का विकास करना अति आवश्यक है और इसके लिये सिंहभूम चैमबर को आगे आकर कार्य करना होगा।
इंटरप्रेन्योर एवं विशेषज्ञों के साथ बैठकें, कार्यशाला का आयोजन कर इसका विकास किया जा सकता है। एमएसएमई का जितना विकास होगा देश की उतना व्यवसायिक और औद्योगिक विकास होगा और अर्थव्यवस्था मजबूत होगी। पर्यटन के क्षेत्र में इस रीजन में काफी संभावनायें है इसके लिये चैम्बर से सुझाव प्राप्त हुये हैं। राज्य के पतरातू पर्यटन स्थल की तरह ही कोल्हान का भी पर्यटन के क्षेत्र में विकास हो इसके लिये सरकार का ध्यानाकृष्ट कराकर आगे बढ़ेंगे। राज्यपाल महोदय ने अपने संबोधन में कहा कि सारा कुछ हम सरकार के भरोसे ही नहीं छोड़ सकते हमें भी इसके लिये अपने आप को काबिल बनाना होगा और अपने काबिलियत पर विश्वास कर आगे बढ़ना होगा।
कार्यक्रम मेें पूर्व अध्यक्ष मुरलीधर केडिया ने किरीबुरू क्षेत्र को हिल स्टेशन पर्यटन क्षेत्र के रूप में विकसित करने हेतु आवश्यक कदम उठाये जाने मुद्दा राज्यपाल के समक्ष उठाया। कार्यक्रम में उपाध्यक्ष पुनीत कांवटिया ने महामहिम राज्यपाल का विस्तृत परिचय सदस्यों से कराया तथा सिंहभूम चैम्बर का विवरण उपाध्यक्ष अभिषेक अग्रवाल गोल्डी ने दिया।नकार्यक्रम के अंत मे धन्यवाद ज्ञापन उपाध्यक्ष अनिल मोदी ने दिया।
इस अवसर पर जिले के उपायुक्त अनन्य मित्तल, भा.प्र.से., वरीय पुलिस अधीक्षक, कौशल किशोर, भा.पु.से., उपविकास आयुक्त मनीष कुमार, भा.प्र.से., एवं अनुमंडल अधिकारी पीयूष सिन्हा, भा.प्र.से. सहित अन्य प्रशासनिक अधिकारी मौजूद रहे।
बैठक में पूर्व अध्यक्ष मुरलीधर केडिया, ए.के. श्रीवास्तव, उमेश कांवटिया, अशोक भालोटिया, रमेश अग्रवाल, उमेश खीरवाल, पवन नरेडी, मनोज गोयल, दीपक चेतानी, विष्णु गोयल, अमीष अग्रवाल, सन्नी संघी, अनंत मोहनका, कमल मकाती, मोहित मूनका, प्रीतम जैन, इन्द्रजीत सिंह बिन्द्रा, श्रीराम गर्ग, राजेश अग्रवाल, दीपक अग्रवाल रामुका, रमेश सोंथालिया, पदम अग्रवाल, प्रकाश पटवारी, पीयूष गोयल, रोहित अग्रवाल,दिलीप कॉन्टिया, बबलू अग्रवाल, आकाश मोदी, शुभम सेन, आनंद चौधरी सहित काफी संख्या में व्यवसायी एवं उद्यमी उपस्थित थे।