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रोचडेल यौन शोषण मामले में सात दोषियों को लंबी सजा का सामना, पीड़िताओं की दर्दनाक कहानी उजागर

रोचडेल, 15 जून 2025: ब्रिटेन के रोचडेल में 2001 से 2006 के बीच हुए संगीन यौन शोषण मामले में सात अपराधियों को दोषी ठहराया गया है। इन अपराधियों ने दो नाबालिग लड़कियों को “सेक्स स्लेव” की तरह इस्तेमाल किया, जिन्हें ड्रग्स, शराब, और रहने की जगह के बदले यौन शोषण का शिकार बनाया गया। कोर्ट ने इस मामले को “रूह कंपा देने वाला” करार देते हुए दोषियों को लंबी जेल की सजा की चेतावनी दी है।
पीड़िताओं की दर्दनाक आपबीती
सरकारी वकील रोस्सानो स्कामर्डेला ने कोर्ट को बताया कि दोनों पीड़िताएं, जिन्हें ‘गर्ल ए’ और ‘गर्ल बी’ के रूप में जाना गया, 13 साल की उम्र से यौन शोषण का शिकार थीं। उन्हें गंदे फ्लैटों, सड़े हुए गद्दों, कारों, सुनसान गोदामों, और गलियों में जबरन यौन संबंध बनाने के लिए मजबूर किया गया। गर्ल ए ने कहा कि संभवतः 200 से अधिक पुरुषों ने उनका रेप किया, और उनका फोन नंबर कई लोगों के साथ शेयर किया गया था। गर्ल बी ने बताया कि सामाजिक कार्यकर्ताओं ने उन्हें “वेश्या” करार दिया था, और उनकी फाइल में लिखा गया कि वे 10 साल की उम्र से “खुद को बेच रही थीं।”
दोषी कौन?
कोर्ट ने सात अपराधियों को दोषी ठहराया:
- मोहम्मद जाहिद (64): ‘बॉस मैन’ के नाम से जाना जाता है। अपनी लॉन्जरी स्टॉल से मुफ्त कपड़े और शराब देकर लड़कियों का शोषण किया।
- मुश्ताक अहमद (67): गर्ल बी के खिलाफ बलात्कार और अश्लीलता के लिए दोषी।
- कासिर बशीर (50): फरार, पुलिस तलाश में जुटी है।
- मोहम्मद शहजाद (44), नाहीम अकरम (48), और निसार हुसैन (41): रोचडेल में जन्मे टैक्सी ड्राइवर, गर्ल ए के खिलाफ बलात्कार के दोषी।
- रोहीज खान (39): पहले 2013 में सजा काट चुका, गर्ल ए के खिलाफ बलात्कार का दोषी।
चार दोषी—जाहिद, अहमद, बशीर, और खान—पाकिस्तान में जन्मे थे, जबकि शहजाद, अकरम, और हुसैन पाकिस्तानी मूल के हैं लेकिन रोचडेल में जन्मे। एक आठवें आरोपी, अरफान खान (40), को सबूतों के अभाव में बरी किया गया।
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पुलिस और सामाजिक सेवाओं की विफलता
ग्रेटर मैनचेस्टर पुलिस और रोचडेल बरो काउंसिल की चाइल्ड सर्विसेज ने अपनी नाकामी स्वीकारी। डिटेक्टिव सुपरिंटेंडेंट एलन क्लिथरोज ने कहा, “उस समय हम कार्रवाई कर सकते थे, लेकिन नहीं की। पीड़ितों के साथ किया गया व्यवहार अक्षम्य है।” पूर्व पुलिस अधिकारी मैगी ओलिवर ने अधिकारियों पर पीड़ितों की अनदेखी का आरोप लगाया।
ऑपरेशन लिटन और भविष्य
यह मामला ‘ऑपरेशन लिटन’ जांच का हिस्सा है, जो 2015 से रोचडेल में यौन शोषण की जांच कर रही है। अब तक 37 लोगों पर आरोप लगे हैं, और सितंबर से पांच और मुकदमे शुरू होंगे। न्यायाधीश जोनाथन सीली ने दोषियों को सजा सुनाए जाने तक हिरासत में रखने का आदेश दिया है।
जातीयता पर विवाद
मामले ने ब्रिटेन में जातीयता और अपराध के बीच बहस छेड़ दी है। कुछ राजनेताओं ने इसे नस्लीय रंग देने की कोशिश की, जबकि विशेषज्ञों का कहना है कि यह गरीबी और सामाजिक कमजोरी से अधिक जुड़ा है।
नोट: पीड़िताओं की निजता के लिए, उनके असली नामों का खुलासा नहीं किया गया। ग्रेटर मैनचेस्टर पुलिस ने पीड़ितों से अपील की है कि वे अपनी शिकायत दर्ज कराएं।