TNF DESK: पीएम विश्वकर्मा कौशल सम्मान योजना को लेकर जिला दंडाधिकारी सह उपायुक्त द्वारा समीक्षा बैठक आयोजित की गई है, जिसमें योजना के प्रचार-प्रसार और लाभार्थियों के लाभ को बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं।
कल, दिनांक 04 मार्च 2024 को, जिला दंडाधिकारी सह उपायुक्त ने पीएम विश्वकर्मा कौशल सम्मान योजना की समीक्षा बैठक आयोजित की। इस बैठक में योजना के व्यापक प्रचार-प्रसार को बढ़ावा देने और अधिक से अधिक योग्य लाभुकों को योजना के लाभ तक पहुंचाने के लिए निर्देश दिए गए।
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जिला दंडाधिकारी सह उपायुक्त श्री अनन्य मित्तल ने समाहरणालय सभा कक्ष में पीएम विश्वकर्मा योजना के माध्यम से जिला स्तरीय समिति के साथ समीक्षा बैठक की। बैठक में उप विकास आयुक्त श्री मनीष कुमार, धालभूम एसडीएम श्री पीयूष सिन्हा भी उपस्थित थे। उन्होंने बैठक में योजना के सफल क्रियान्वयन हेतु आपसी समन्वय स्थापित करते हुए कार्य करने का निर्देश दिया।
बैठक के दौरान उपायुक्त ने योजना के द्वितीय चरण के वेरिफिकेशन कार्य में तेजी लाने के लिए निर्देश दिया। उन्होंने योजना के तहत लाभार्थियों को 5-7 दिन का प्रशिक्षण और स्टाइपेंड के साथ-साथ टूल किट की व्यवस्था की गई है।
इस योजना में 18 पारंपरिक विद्याओं में कार्य करने वाले कारीगर और शिल्पकार सम्मिलित हैं। उन्हें योजना के तहत ऋण और कोलेटरल फ्री ऋण की व्यवस्था की गई है।
इस अवसर पर उन्होंने पीएम विश्वकर्मा की विशेषताओं पर प्रकाश डालते हुए कहा कि इस योजना से जिले के हजारों कारीगरों और शिल्पकारों को सीधे लाभ होगा। यह योजना कारीगरों और शिल्पकारों को विश्वकर्मा (पारंपरिक कारीगर) के रूप में मान्यता देने में सक्षम बनाएगी।
निष्कर्ष: पीएम विश्वकर्मा कौशल सम्मान योजना
जिला दंडाधिकारी द्वारा पीएम विश्वकर्मा कौशल सम्मान योजना की समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया है, जिससे योजना के लाभार्थियों को अधिक से अधिक लाभ प्राप्त हो सके।