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Pahalgam terror attack: ‘मिनी स्विट्ज़रलैंड’ में बर्बरता की कहानी, प्रत्यक्षदर्शियों की आंखों से देखिए मौत का मंजर

Pahalgam terror attack: कश्मीर के खूबसूरत बैसरण मीडोज़, जिसे ‘मिनी स्विट्ज़रलैंड’ कहा जाता है, 22 अप्रैल की दोपहर आतंक की घाटी में बदल गया। यहां हुए बर्बर आतंकी हमले ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। इस हमले में 28 निर्दोष पर्यटकों की जान चली गई, जिनमें इंदौर के 58 वर्षीय सुशील नाथनियल और मुंबई के डोंबिवली के संजय लेले, अतुल मोने और हेमंत जोशी शामिल थे।
🔫 प्रत्यक्षदर्शियों की आंखों देखी – “हमने मौत को सामने से देखा”
ऑस्टिन नाथनियल, सुशील के बेटे, ने बताया कि –
“हम बस छुट्टियां मनाने गए थे। तभी अचानक गोलियों की आवाज़ें आईं। 15 साल के नाबालिग लड़के हमलावर थे। उनके सिर पर कैमरे लगे थे और वो हमले के दौरान सेल्फी ले रहे थे।”
ऑस्टिन ने बताया कि आतंकियों ने पर्यटकों की धार्मिक पहचान पूछी, कलमा पढ़ने को कहा, और जो नहीं पढ़ सका, उसे गोली मार दी गई। यहां तक कि लोगों को कपड़े उतार कर खतना दिखाने को मजबूर किया गया।
💔 “मेरे पति को पेट में गोली मार दी… दीदी को सिर में” – अनुष्का मोने
मुंबई की अनुष्का मोने, जो हमले में बच गईं, ने बताया –
“हम लोग वहां फोटो खींच रहे थे। तभी गोलियां चलीं। हमें लगा कोई गेम चल रहा है। लेकिन असल में वो मौत थी।
मेरे पति ने आतंकियों से कहा – किसी को गोली मत मारो। आतंकियों ने उनके पेट में गोली मार दी। मेरे जीजा ने हाथ उठाए तो उन्हें सिर में गोली मार दी।”
अनुष्का ने कहा कि आतंकियों ने लोगों को हिंदू और मुस्लिम में बांटने की कोशिश की। लेकिन जब किसी ने अलग होकर खड़ा नहीं हुआ, तो बर्बरता से हमला किया गया।
🕯️ अंतिम विदाई में टूटा परिवार
सुशील नाथनियल का अंतिम संस्कार इंदौर में जूना कैथोलिक कब्रिस्तान में हुआ। उनकी पत्नी जेनिफ़र अंतिम संस्कार के दौरान कई बार बेहोश हुईं। उनकी घायल बेटी अकांक्षा व्हीलचेयर पर वहां पहुंची।
🙏 नेताओं ने दी श्रद्धांजलि, जनता में उबाल
मुख्यमंत्री मोहन यादव, बीजेपी अध्यक्ष वीडी शर्मा, कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी समेत कई नेता उनके घर पहुंचे और श्रद्धांजलि दी। सीएम ने कहा –
“यह पाकिस्तान की कायरता है, हम इसे माफ नहीं करेंगे।”
🔥 केंद्र का एक्शन: पाकिस्तान पर राजनयिक प्रहार
भारत सरकार ने पाकिस्तान को कड़ा संदेश देते हुए सिंधु जल संधि स्थगित कर दी, वाघा सीमा सील की गई और समझौता एक्सप्रेस सहित सभी कनेक्शन बंद कर दिए गए। पाक उच्चायोग से आईएसआई लिंक अधिकारियों को निष्कासित किया गया।
🛡️ सुरक्षा बल अलर्ट, आतंकी तलाश जारी
घटना के बाद सुरक्षा एजेंसियां हमलावरों की तलाश में सघन ऑपरेशन चला रही हैं। माना जा रहा है कि हमलावर पीर पंजाल की ऊंची पहाड़ियों की ओर भाग गए हैं। लश्कर-ए-तैयबा से जुड़ा आतंकी सैफुल्लाह कसूरी इस हमले का मास्टरमाइंड हो सकता है, जिसने सोशल मीडिया पर पहले ही चेतावनी दी थी कि “2026 तक कश्मीर पवित्र भूमि बनेगा”।
ये सिर्फ हमला नहीं, इंसानियत के खिलाफ युध्द है
यह हमला सिर्फ 28 लोगों की जान नहीं ले गया, बल्कि भारत के हृदय पर वार किया है। यह हमारी सुरक्षा, धार्मिक सौहार्द और लोकतांत्रिक मूल्यों पर सीधा हमला है। इस हमले ने यह भी बता दिया कि भारत को अब ‘निंदा’ नहीं, निर्णायक कार्रवाई करनी होगी।
🕯️ देश अपने शहीदों और मासूमों को नहीं भूलेगा। पहलगाम की चीखें गूंज रही हैं – इंसाफ चाहिए।