झारखंड
🌿 स्वच्छ कोल्हान की ओर एक कदम: देशाउली फाउंडेशन और मॉर्निंग वॉक ग्रुप ने चलाया सफाई अभियान

🧹 पोटो हो जॉगर्स पार्क में चला स्वच्छता का संकल्पित अभियान
📍 चाईबासा से जय कुमार की विशेष रिपोर्ट
चाईबासा के परिषदन के समीप स्थित पोटो हो जॉगर्स पार्क आज एक विशेष सामाजिक पहल का साक्षी बना, जब देशाउली फाउंडेशन और मॉर्निंग वॉक ग्रुप के तत्वावधान में विशाल सफाई अभियान चलाया गया।
👉 इस अभियान की अगुवाई फाउंडेशन के संस्थापक साधु हो और युवा समाजसेवी रेयांश सामड ने की, जिन्होंने न केवल नेतृत्व किया, बल्कि स्वयं अपने हाथों से सफाई कर जनमानस को प्रेरित किया।
👨👩👧👦 सैकड़ों लोग हुए शामिल, बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक ने निभाई जिम्मेदारी
इस स्वच्छता अभियान में बच्चों, महिलाओं, युवाओं और बुजुर्गों की सक्रिय भागीदारी देखने को मिली।
👉 सभी ने मिलकर जॉगर्स पार्क और व्यायामशाला को प्लास्टिक मुक्त कर स्वच्छता का संदेश दिया।
🗣️ प्रेरणादायक वक्तव्य – साफ-सफाई से ही सुंदर समाज
🔹 साधु हो (संस्थापक, देशाउली फाउंडेशन) ने कहा:
“प्रकृति की रक्षा करना हमारा सामाजिक और नैतिक दायित्व है। ऐसे अभियान भविष्य में भी जारी रहेंगे।”
🔹 रेयांश सामड (युवा समाजसेवी) बोले:
“हमारा उद्देश्य है – कोल्हान को प्लास्टिक मुक्त, हरा-भरा और स्वच्छ बनाना। यह आंदोलन अब रुकेगा नहीं।”
🔹 बनमाली तामसोय (शिक्षाविद) ने कहा:
“मन, तन और वातावरण – तीनों की स्वच्छता जरूरी है, तभी स्वस्थ समाज बनेगा।”
🔹 भगवान सवैया (युवा व्यापारी) ने दिया स्पष्ट संदेश:
“अगर सफाई नहीं कर सकते तो गंदगी भी मत फैलाओ, शुरुआत खुद से करो।”
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🤝 इनकी सहभागिता रही महत्वपूर्ण
👉 सफाई अभियान को सफल बनाने में योगदान देने वालों में प्रमुख नाम शामिल हैं: प्रकाश पूरती, बिरसिंह बिरूली, चंद्रमोहन बिरुवा, बल्केश्वर सिंकू, चैतन्य कुंकल, गुरुचरण सिंकू, हीरामणि देवगम, दिशा बारी, सोनाली हेंब्रोम, फूलमती सिरका, सिकंदर बिरुली, बासिल हेंब्रोम, बेस बिरुली, श्याम कूदादा।
👉 विशेष उल्लेखनीय योगदान रहा तुरतुंग आर्चरी अकादमी के बच्चों और मॉर्निंग वॉक ग्रुप के तमाम जॉगर्स का, जिन्होंने सुबह की दिनचर्या को समाज सेवा में बदल डाला।
✅ निष्कर्ष – छोटे कदम, बड़ी मिसाल
देशाउली फाउंडेशन और मॉर्निंग वॉक ग्रुप द्वारा चलाया गया यह सफाई अभियान सिर्फ एक स्थान विशेष की सफाई नहीं, बल्कि सामूहिक चेतना और जिम्मेदारी का प्रतीक है।
👉 यह पहल बताती है कि अगर हर नागरिक अपने आसपास की स्वच्छता के प्रति गंभीर हो जाए, तो पूरा समाज सुंदर, स्वच्छ और स्वस्थ बन सकता है।