Connect with us

झारखंड

नोआमुंडी आयरन माइन ने सस्टेनेबल माइनिंग के 100 साल का जश्न मनाया।

Published

on

आयरन माइन

नोआमुंडी: 1 जून, 2024: टाटा स्टील की नोआमुंडी आयरन माइन साइट पर माइनिंग कार्यों की शुरुआत के बाद से अपने शताब्दी वर्ष की शुरुआत मना रही है। इस ऐतिहासिक उपलब्धि का जश्न मनाने के लिए, आज नोआमुंडी में एक लोगो लॉन्च कार्यक्रम आयोजित किया गया।

आयरन माइन

इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि टाटा स्टील के वाइस प्रेसिडेंट (रॉ मैटेरियल्स) डी बी सुंदर रामम थे। अन्य गणमान्य व्यक्तियों में ओएमक्यू डिवीजन के जेनरल मैनेजर अतुल कुमार भटनागर और नोआमुंडी मजदूर यूनियन के सचिव संजय दास के साथ-साथ टाटा स्टील के ओर माइंस एंड क्वैरीज़ और डिवीजन के कर्मचारी शामिल थे।

इस अवसर पर टाटा स्टील के वाइस प्रेसिडेंट (रॉ मैटेरियल्स) डी बी सुंदरा रामम ने कहा, “नोआमुंडी आयरन माइन पिछली शताब्दी से टाटा स्टील के संचालन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा रहा है, और हमें इस महत्वपूर्ण उपलब्धि का जश्न मनाने पर गर्व है। बहुत कम खदानें 100 साल से अधिक समय तक चलती हैं और नोआमुंडी आयरन माइन न केवल बची हुई है, बल्कि सस्टेनेबल माइनिंग के प्रति हमारी प्रतिबद्धता के कारण फल-फूल रही है। नोआमुंडी आयरन माइन सस्टेनेबल विकास को बढ़ावा देने के लिए सामुदायिक विकास पर ध्यान केंद्रित करते हुए माइनिंग में सर्वोत्तम अभ्यासों को अपनाने का उदाहरण है।”

यह भी पढ़े:एनआईटी जमशेदपुर के एनएसएस यूनिट द्वारा नो टोबैको डे पर ऑनलाइन पैनल चर्चा का आयोजन।

लोगो लॉन्च के अलावा, नोआमुंडी में दूसरा समर फ्लावर शो भी आयोजित किया गया, जिसमें गर्मियों के फूलों की 22 से अधिक किस्मों का प्रदर्शन किया गया। इसके अलावा, इस अवसर पर नोआमुंडी में मियावाकी वृक्षारोपण भी किया गया।

पूरे वर्ष, नोआमुंडी आयरन माइन शताब्दी वर्ष मनाने के लिए कई कार्यक्रमों की मेजबानी करेगा, जिसमें सांस्कृतिक कार्यक्रम, कर्मचारी सम्मान पहल और सामुदायिक जुड़ाव गतिविधियाँ शामिल हैं।

टाटा स्टील के ओर माइंस एंड
क्वैरीज़ डिवीजन का एक हिस्सा, नोआमुंडी आयरन माइन पिछले 100 वर्षों से परिचालन में है, जो उच्च गुणवत्ता वाले लौह अयस्क का एक विश्वसनीय स्रोत प्रदान करता है। यह खदान सस्टेनेबल माइनिंग अभ्यासों के प्रति अपनी प्रतिबद्धता और स्थानीय समुदाय के साथ अपने घनिष्ठ जुड़ाव के लिए जाना जाता है।

आयरन माइन

नोआमुंडी वर्ष 2017 में कार्बन फुटप्रिंट को कम करने के लिए सौर संयंत्र स्थापित करने वाला देश का पहला लौह अयस्क खदान बन गया। यह 19 एकड़ में फैला हुआ है और इसकी क्षमता 3 मेगावाट है।

कार्यस्थल पर लैंगिक विविधता को बढ़ाने के अपने प्रयास में, टाटा स्टील ने 5 फरवरी, 2021 को नोआमुंडी आयरन माइन में सभी शिफ्टों में हेवी अर्थ मूविंग मशीनरी में 22 महिला ऑपरेटरों के पहले बैच को तैनात किया। ‘तेजस्विनी 2.0’ नामक इस पहल को अकुशल महिला श्रमिकों को तकनीकी प्रशिक्षण प्रदान करने और उन्हें खदानों में मुख्य कार्यों में शामिल करने के लिए डिज़ाइन किया गया है।

यह भी पढ़े :उदितवाणी के संस्थापक के निधन पर “द न्यूज फ़्रेम” के सदस्यों में है गहरा शोक।

नोआमुंडी अपने हितधारकों और समुदाय के बीच फिटनेस और सस्टेनेबिलिटी को बढ़ावा देने के लिए रन-ए-थॉन जैसे कार्यक्रमों की मेजबानी भी करता रहा है। नोआमुंडी ने वृक्षारोपण और वर्षा संचयन परियोजनाओं पर ध्यान केंद्रित करते हुए जैव विविधता में सुधार के लिए कई कदम उठाए हैं।

Continue Reading
Click to comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *