झारखंड
NMMS एप- अब रियल टाइम में दर्ज होगी मनरेगा मजदूरों की उपस्थिति

- डिजिटल प्रणाली NMMS से मजदूरी भुगतान में विलंब रुकेगा।
- मानव हस्तक्षेप कम होगा, जिससे त्रुटियों की संभावना घटेगी।
- पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित होगी।
जमशेदपुर, 31 मई। NMMS – मनरेगा योजना के अंतर्गत कार्यरत मजदूरों की उपस्थिति और मजदूरी भुगतान की प्रक्रिया को अधिक पारदर्शी और तकनीकी रूप से सशक्त बनाने के उद्देश्य से शुक्रवार को जमशेदपुर समाहरणालय सभागार में एकदिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
इस प्रशिक्षण का नेतृत्व उप विकास आयुक्त श्री अनिकेत सचान ने किया, जिसमें जिले के सभी प्रखंड कार्यक्रम पदाधिकारियों (BPO) को नेशनल मोबाइल मॉनिटरिंग सिस्टम (NMMS) मोबाइल एप के संचालन और उपयोग की जानकारी दी गई।
📲 क्या है NMMS मोबाइल एप?
NMMS एक डिजिटल प्लेटफॉर्म है जो मनरेगा योजनाओं में कार्यरत मजदूरों की उपस्थिति को रियल टाइम में रिकॉर्ड करता है। अब से मजदूरों की उपस्थिति दो पालियों में ली जाएगी और पंचायत स्तर पर नियुक्त मेट द्वारा NMMS एप के माध्यम से अपलोड की जाएगी।
🧑🏫 प्रशिक्षण के मुख्य बिंदु:
- मजदूरों की उपस्थिति अब मोबाइल एप के माध्यम से दर्ज की जाएगी।
- मजदूरी का भुगतान उपस्थितियों के डिजिटल रिकॉर्ड के आधार पर होगा।
- सभी BPO को निर्देशित किया गया कि वे अपने क्षेत्र के GRS और मेट कर्मियों को भी इस एप का प्रशिक्षण दें।
- इससे भुगतान की प्रक्रिया समयबद्ध और पारदर्शी होगी।
Read More : 29 मई से लापता हैं राम गोप: परिवार परेशान, कपाली थाना में दर्ज हुई शिकायत
उप विकास आयुक्त श्री अनिकेत सचान ने कहा कि –
“अब इस एप का प्रयोग अनिवार्य किया गया है। यह न केवल योजना के प्रभावी क्रियान्वयन में सहायक होगा, बल्कि यह भी सुनिश्चित करेगा कि मजदूरों को समय पर उनकी मजदूरी मिले। सभी BPO अपने प्रखंडों में स्थानीय प्रशिक्षण सत्र आयोजित करें ताकि सभी कर्मी इस तकनीक में दक्ष हो सकें।”
🧩 अगला कदम:
अब जिले के सभी BPO अपने-अपने प्रखंडों में स्थानीय स्तर पर प्रशिक्षण सत्र आयोजित करेंगे, ताकि सभी GRS और मेट कर्मी NMMS एप के सुचारु उपयोग में प्रशिक्षित हो सकें।