वरीय पुलिस अधीक्षक, रूरल सह सिटी एसपी, सिविल सर्जन समेत प्रशासन व पुलिस के पदाधिकारी रहे मौजूद,नशीली दवाओं के खिलाफ पुलिस प्रशासन और स्वास्थ्य, औषधि विभाग को संयुक्त कार्रवाई का दिया गया निर्देश।
जमशेदपुर : समाहरणालय सभागार, जमशेदपुर में जिला दण्डाधिकारी सह उपायुक्त श्री अनन्य मित्तल की अध्यक्षता में नार्कोटिक्स समन्वय समिति (NCORD) की बैठक आहूत की गई । वरीय पुलिस अधीक्षक श्री किशोर कौशल, रूरल सह सिटी एसपी श्री ऋषभ गर्ग, सिविल सर्जन डॉ जुझार माझी समेत अन्य संबंधित विभागीय पदाधिकारी मौजूद रहे ।
बैठक में जिला में एनडीपीएस एक्ट के तहत दर्ज मामलों, नशीले पदार्थों के उत्पादन, प्रसंस्करण, तस्करी रोकने तथा नगर क्षेत्र के युवा आबादी तक पेडलर के माध्यम से बिक्री व नशा निवारण से संबंधित अन्य प्रबंधों की समीक्षा की गई तथा नशा से प्रभावित लोगों के पुनर्वास पर चर्चा की गई। जिले में नशीली दवाओं के खिलाफ पुलिस प्रशासन, स्वास्थ्य एवं औषधि विभाग को मिलकर कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया साथ ही लाईन होटल व ढाबों में शराब बेचने की शिकायतों पर उत्पाद एवं पुलिस विभाग को त्वरित रूप से कार्रवाई का निर्देश दिए गए।
जिले भर में नशीली दवाओं के दुरुपयोग और अवैध व्यापार को खत्म करने के लिए उठाए गए कदमों की समीक्षा की गई।बैठक में मादक पदार्थों की खेती के संभावित क्षेत्रों की पहचान कर कार्रवाई के लिए स्थानीय सूचना तंत्र विकसित करने का निदेश दिया गया । जिले से सटे अंतर्राज्यीय व अंतरजिला प्रवेश मार्ग में, तस्करी की प्रवृत्तियों के बारे में सूचना एकत्र कर प्रभावी कार्रवाई सुनिश्चित किए जाने सभी संबंधित विभागों जिसमें पुलिस, उत्पाद, परिवहन आदि विभागों को निदेशित किया गया।
नशा मुक्त समाज बनाने के लिए जिले के सभी स्कूलों, शिक्षण संस्थानों में जागरूकता अभियान चलाकर छात्र एवं छात्राओं को नशे के दुष्प्रभाव से जागरूक किए जाने की आवश्यकता पर बल दिया । विशेषकर मानगो, आजादनगर एवं सीतारमडेरा थाना क्षेत्रों के अलावे शैक्षणिक संस्थानों, ढाबा, स्लम बस्ती, सार्वजनिक स्थान जैसे बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन आदि संभावित इलाकों में नियमित रूप से छापेमार कार्रवाई का निरोधात्मक कार्रवाई का निदेश दिया गया।
बैठक में ड्रग कंट्रोल हेल्पलाइन नंबर सार्वजनिक करने, नशा के आदि व्यक्ति एवं उसके परिवारजनों के काउंसिलिंग की व्यवस्था कराने का निर्देश दिया गया। पुनर्वास केन्द्रों के माध्यम से नशापान से छुटकारा पा चुके लोगों को स्वरोजगार एवं सरकार की योजनाओं से जोड़ने की दिशा में संवेदनशील पहल करने की बात कही गई।बैठक में एडीएम (एसओआर), नगर निकाय के पदाधिकारी, एसडीओ, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी, खाद्य सुरक्षा पदाधिकारी समेत अन्य संबंधित पदाधिकारी उपस्थित थे।