MGM अस्पताल की तरफ भी थोड़ा ध्यान दिया जाये स्वस्थ मंत्री जी, न डॉक्टर, न दवाईया और न मरने के बाद भी कफ़न।

THE NEWS FRAME
MGM अस्पताल फाइल फोटो 

JAMSHEDPUR : सोमवार 16 जनवरी, 2023 

MGM अस्पताल की तरफ भी थोड़ा ध्यान दिया जाये स्वस्थ मंत्री जी, न डॉक्टर, न दवाईया और न मरने के बाद भी कफ़न नसीब हो रहा है। और अब लगता है जैसे भगवान भरोसे ही चल रहा है जिला का सबसे बड़ा सरकारी अस्पताल। क्योंकि MGM अस्पताल की स्थिति बद से बत्तर हो गई है। 

आपको बता दें की यह ताजा मामला सामने आया है जिसमें पता चला है की एक ही कफ़न के अंदर दो अलग अलग लाशों को ढका गया था। 

लगता है MGM हॉस्पिटल भ्रष्टाचार की भेट चढ़ गया है और आम नागरिकों की ज़िन्दगी को निगल रहा है। आपको बता दें की MGM अस्पताल में ऐसे तीन मामले  सामने आये हैं। न जाने ऐसे कितने मामले होंगे जो नज़र भी नहीं आते हैं। 

आइये उन मामलों पर एक नजर डालते हैं – 

पहला मामला : दो मरीजो की मौत इलाज़ के दौरान हो जाता है। एक मृतक चाकुलिया तो दूसरा गम्हरिया का रहने वाले था।  लेकिन दोनों मरीज़ों को अपना कफ़न तक नसीब नहीं हुआ। दोनों ही मृतको को एक ही जगह रख कर, एक ही कफ़न से ढक दिया गया। और आम इंसानो को ये बताया गया देखो तुम्हारी ज़िन्दगी की इतनी ही कीमत है- इस राज्य के मंत्रियों, अफसरों और प्रशासन की नज़रों में।  और जब इस बारे में अस्पताल प्रबंधक से पूछा गया तो अपनी गलती मानने की जगह वो उल्टा लीपा पोती में लग गए।

THE NEWS FRAME
प्रतीकात्मक चित्र 

दूसरा मामला : बारीडीह बस्ती के अमृत कुमार का अपेंडिक्स का ऑपरेशन 9/01/2023 को हुआ था। आज 8 दिन हो गए इस मरीज़ का आपरेशन हुए लेकिन उनको कम्बल तक नहीं मिला। उनकी पत्नी सुनैना जब हॉस्पिटल के स्टाफ से कम्बल मांगने जाती है तो उसके साथ अभद्र व्यवहार किया जाता है और कहा जाता है कि कोई कम्बल नहीं मिलेगा। सब कुछ फ्री में ही चाहिए। अपने घर से कम्बल लेकर आओ। अब मरीज़ अपने घर से ही कम्बल लाकर ठण्ड से बच रहे है। उनको डॉक्टर से लिखा हुआ दवा भी हॉस्पिटल में पूरा नहीं मिल रहा है। बहार से लाना पड़ रहा है।

तीसरा मामला : एक मरीज़ डॉक्टर बलराम झा को इलाज के लिए दिखाने आई थी, लेकिन डॉक्टर अपने तय समय के अनुसार वहां मौजूद नहीं थे, करीब 1 घंटे वेट करने के बाद जब मरीज़ ने हॉस्पिटल स्टाफ से जानकारी लेनी चाही की डॉक्टर साहब कब आएंगे तो स्टाफ कहता है हमे नहीं मालूम वेट करना है तो करिये वरना बाहर कही और डॉक्टर को दिखाओ, इस बात पर मरीज़ का हॉस्पिटल स्टाफ के साथ बकझक हो जाता है।

स्वास्थ्य मंत्री जी आपके कार्यकाल में ये क्या हो रहा है ? न तो इलाज़ मिल रहा है, न कम्बल, न दवाईया, डॉक्टर का अता पता नहीं और हद तो तब हो गयी जब कोई मर भी जाये तो कफ़न नसीब तक नहीं। आपसे विनती है कि MGM हॉस्पिटल में जो दिखावे का खेल चल रहा है उसकी गहना से जाँच करवाइये और दोषियों को दंडित करें। ताकि आम नागरिकों को उनकी मुलभुत सुविधा उपलब्ध हो सके।

Leave a Comment