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झारखंड

Self-reliance : 🌾 आत्मनिर्भरता की ओर एक सफल कदम: सबर समुदाय की मनु सबर बनीं प्रेरणा की मिसाल

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🌾 A successful step towards self-reliance: Manu Sabar of the Sabar community became an example of inspiration

  • केसीसी की मदद से उन्नत खेती, हर 2-3 दिन में हो रही नकद आय

📍 जमशेदपुर, 13 मई 2025 – पूर्वी सिंहभूम जिले के पटमदा प्रखंड स्थित गोबरघुसी पंचायत के अप्पो गांव की मनु सबर, जो कि आदिम जनजाति समूह (PVTG) से संबंधित हैं, आज प्रधानमंत्री जनजातीय सशक्तिकरण अभियान (PM JANMAN) और धरती आबा अभियान की बदौलत आत्मनिर्भरता की मिसाल बन चुकी हैं।

🌱 पारंपरिक खेती से आधुनिक कृषि की ओर

मनु सबर वर्षों से पारंपरिक खेती कर अपने परिवार का भरण-पोषण करती थीं, लेकिन सीमित संसाधनों के कारण आर्थिक तंगी बनी रहती थी। जीवन में स्थायित्व और सम्मान की तलाश उन्हें सरकारी योजनाओं से जोड़कर सशक्तिकरण की राह पर ले आई।

💳 KCC से बदली जिंदगी

28 फरवरी 2025 को, जिला प्रशासन द्वारा उन्हें ₹35,000 का किसान क्रेडिट कार्ड (KCC) उपलब्ध कराया गया। इस राशि से उन्होंने:

  • उच्च गुणवत्ता वाले बीज व उर्वरकों की खरीद की
  • सब्जी उत्पादन की शुरुआत की
  • स्थानीय बाजार व गांव में आने वाले व्यापारियों को नियमित आपूर्ति शुरू की

अब उन्हें हर 2-3 दिन में नकद आय होने लगी है, जिससे:

  • परिवार की आवश्यकताएं पूरी हो रही हैं
  • उन्होंने कृषि उपकरण भी खरीदे हैं
  • आत्मविश्वास और जीवन स्तर में उल्लेखनीय सुधार हुआ है

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🌟 प्रेरणा बनीं मनु सबर

मनु सबर आज न केवल अपने परिवार बल्कि पूरे सबर समुदाय के लिए प्रेरणा का स्रोत बन चुकी हैं। उनकी सफलता यह दर्शाती है कि सरकारी योजनाएं, सही मार्गदर्शन और आत्मबल के साथ कैसे जीवन में बड़ा बदलाव लाया जा सकता है।

🌿 धरती आबा अभियान का जीवंत उदाहरण

मनु की कहानी धरती आबा अभियान की भावना –

“धरती से जुड़कर आत्मनिर्भरता की ओर”
को पूर्ण रूप से चरितार्थ करती है।

📌 यह सफलता कहानी “PM JANMAN” योजना के तीन मूल स्तंभों का जीवंत उदाहरण है:

  1. वित्तीय समावेशन
  2. आजीविका संवर्धन
  3. सामुदायिक सशक्तिकरण

📢 मनु सबर जैसी महिलाओं की सफलता हमें दिखाती है कि योजनाएं ज़मीन पर उतरें तो बदलाव निश्चित है।

विस्तार से,

 

मनु सबर की सफलता की कहानी: KCC से बदली किस्मत, अब हर 2-3 दिन में हो रही नकद आय

उन्नत बीजों से बढ़ा उत्पादन, परिवार को मिला आर्थिक संबल

पटमदा प्रखंड के गोबरघुसी पंचायत अंतर्गत अप्पो गांव की रहने वाली मनु सबर, जो आदिम जनजाति समूह (PVTG) – सबर समुदाय से संबंधित हैं, आज आत्मनिर्भरता की मिसाल बन गई हैं। पहले पारंपरिक खेती के सहारे जीवन यापन करने वाली मनु सीमित संसाधनों और आर्थिक तंगी के कारण बेहतर आय नहीं प्राप्त कर पा रही थीं।

जिला प्रशासन द्वारा प्रधानमंत्री जनजातीय सशक्तिकरण अभियान (PM JANMAN) और धरती आबा अभियान के तहत विशेष प्रयास किए गए। इसी के अंतर्गत 28 फरवरी 2025 को मनु सबर को ₹35,000 का किसान क्रेडिट कार्ड (KCC) प्रदान किया गया।

इस वित्तीय सहयोग से मनु ने उच्च गुणवत्ता वाले बीज और उर्वरकों की खरीद की और सब्जी की खेती प्रारंभ की। उन्होंने अपने उत्पादों को नजदीकी बाजारों में बेचना शुरू किया और गांव में आने वाले व्यापारियों को भी सब्जी आपूर्ति करने लगीं। आज मनु को हर 2-3 दिन में नकद आय हो रही है, जिससे वह अपने परिवार की जरूरतों की पूर्ति कर पा रही हैं और कुछ बचत कर कृषि उपकरण भी खरीद चुकी हैं।

मनु सबर की यह सफलता न केवल उनके परिवार के लिए, बल्कि उनके पूरे समुदाय के लिए प्रेरणादायक है। आज वह सशक्तिकरण, आजीविका संवर्धन और वित्तीय समावेशन का प्रतीक बन चुकी हैं।

उनकी यह यात्रा “धरती से जुड़कर आत्मनिर्भरता की ओर” – धरती आबा अभियान के मूल उद्देश्य को भी साकार करती है।

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