झारखंड
🎩 Magic”जादू केवल भ्रम नहीं, जीवंत सांस्कृतिक कला है” – प्रो. संजय द्विवेदी

“Magic is not just an illusion, it is a living cultural art”
🎩 ओपी शर्मा के भव्य जादू शो के समापन पर बोले IIMC के पूर्व महानिदेशक
भोपाल। अंतरराष्ट्रीय ख्यातिप्राप्त जादूगर ओपी शर्मा द्वारा भारत टाकीज, भोपाल में आयोजित भव्य जादू शो का समापन समारोह अत्यंत उल्लासपूर्ण और दर्शकों की ज़ोरदार तालियों के बीच संपन्न हुआ। करीब दो माह तक चले इस जादू महोत्सव में भोपालवासियों को मंत्रमुग्ध कर देने वाले जादुई अनुभव मिले। शो के समापन के साथ ही ओपी शर्मा अब राजस्थान की राजधानी जयपुर में अपनी अगली प्रस्तुति के लिए रवाना हो गए हैं।
समापन समारोह के मुख्य अतिथि एवं भारतीय जन संचार संस्थान (IIMC) के पूर्व महानिदेशक प्रो. संजय द्विवेदी ने इस अवसर पर कहा—
“जादू केवल भ्रम नहीं, बल्कि कल्पनाशक्ति, कौशल और सांस्कृतिक विरासत का जीवंत रूप है। ओपी शर्मा की कला हमें केवल चकित नहीं करती, बल्कि यह सिखाती है कि कैसे निरंतर अभ्यास, परिश्रम और नवाचार के माध्यम से मनोरंजन को समाजसेवा का माध्यम बनाया जा सकता है।”
उन्होंने कहा कि जादूगर ओपी शर्मा भारत के सर्वाधिक लोकप्रिय जादूगरों में से एक हैं, जिनकी प्रस्तुतियाँ देशभक्ति, सामाजिक संदेश और मानवीय मूल्यों से भी परिपूर्ण होती हैं।
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🎭 चकित कर देने वाले करतब और मंत्रमुग्ध दर्शक
शो में प्रस्तुत किए गए:
- हवा में उड़ती मेज़,
- कट कर जोड़ी गई महिला,
- गायब होती वस्तुएं,
- और मन पढ़ने जैसे मानसिक प्रयोग
इन सभी ने दर्शकों को आश्चर्य और आनंद से भर दिया। बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक सभी दर्शक उनकी हैंड ट्रिक्स और इल्यूजन एक्ट्स से अत्यंत प्रभावित दिखे।
“Magic is not just an illusion, it is a living cultural art”
🎙️ सांस्कृतिक विरासत को जिंदा रखने का कार्य
माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय के जनसंपर्क विभागाध्यक्ष डा. पवित्र श्रीवास्तव ने कार्यक्रम में कहा—
“ऐसे आयोजन हमारे समाज को आश्चर्य और आनंद से भर देते हैं। बच्चों की आँखों में दिखता कौतुक और बुजुर्गों की मुस्कान इस बात का प्रमाण हैं कि जादू आज भी लोगों के दिलों को छूने वाला माध्यम है।”
🏅 ओपी शर्मा को विशेष सम्मान
शो के अंत में जादूगर ओपी शर्मा को उनके दशकों से जारी कला योगदान और भारतीय सांस्कृतिक विरासत के संरक्षण हेतु विशेष सम्मान भी प्रदान किया गया। प्रो. द्विवेदी ने उनके बेटे ओपी शर्मा जूनियर द्वारा इस विरासत को ऊंचाइयों तक पहुंचाने के प्रयासों की भी सराहना की।
📸 मंच और सभागार बने जादुई वातावरण का केंद्र
समारोह के दौरान मंच और सभागार पूर्णतः जादुई वातावरण से परिपूर्ण रहे। दर्शकों की तालियाँ और चेहरों पर छाई मुस्कान इस बात की गवाही देती है कि जादू अब भी भारतीय समाज में मनोरंजन और प्रेरणा का एक प्रमुख साधन बना हुआ है।